कभी कभी छोटी छोटी बातें भी हमे बहुत कुछ सिखा देती है, हर कोई जीवन में गलतियाँ जरुर करता है और उनसे सिखता भी है अगर हम गलतियों से नही सिखेंगे तो हम उन्हें फिर से दोहराएँगे जिससे की हम कभी भी सफल नही हो सकेंगे। सिखने का माध्यम चाहे जो भी हो हमे केवल सिखने पर ध्यान देना चाहिए न की माध्यम पर, सिखने के लिए केवल स्कूल या कॉलेज ही नही होते हैं जीवन में हम और कई तरीको से भी सफल होने के तरीके सिख सकते हैं। आज हम लाये हैं दो लाइन में बहुत कुछ सीखा देने वाली शायरी।
दो लाइन में बहुत कुछ सीखा देने वाली शायरी
बोलने से पहले सोचना चाहिए क्योंकि बोले गए बात
केवल माफ किए जा सकते हैं भुलाए नहीं जा सकते
किसी को समझो या ना समझो,
पर किसी को गलत मत समझो।
छोटी सी जिंदगी है हंस के जियो, भुला के गम सारे दिल से जियो,
उदासी में क्या रखा है मुस्कुरा के जियो, अपने लिए न सही अपनों के लिए जियो।
मिट्टी ने की तो ईंट बनी ईंट ने की तो दीवार बनी
दीवार ने की तो घर बनाये बेजान चीजे हे.. ये जब एक हो सकते हे तो हम तो इंसान हैं।
थक कर ना बैठ ऐ-मंज़िल के मुसाफिर,
मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा।
इन्हीं ग़म की घटाओं से खुशी का चाँद निकलेगा,
अंधेरी रात के पर्दों में दिन की रौशनी भी होगी।
आँधियों में भी जो जलता हुआ मिल जाएगा,
उस दीये से पूछना, मेरा पता मिल जाएगा।
आसमान में उड़ने वाले जरा ये खबर भी रख,
जन्नत पहुँचने का रास्ता मिट्टी से ही गुजरता है।
जीतने का मजा तब ही आता है,
जब सभी आपके हार का इंतज़ार कर रहे हो…!
एक हादसा जरूर चाहिए ज़िंदगी में,
सिर्फ बातों से आज तक कोई नहीं सीखा है।
वक्त से पहले मिली चीजें अपना मूल्य खो देती है,
और वक्त के बाद मिली अपना महत्व खो देती है।
कौआ अपनी भाषा बोलता है. तो स्वतन्त्र रहता है,
परन्तु तोता दुसरे की नक़ल करता है, तो पिंजरे में बंद हो जाता है।
बुझी शमा भी जल सकती है , तूफ़ान से कश्ती भी निकल सकती है।
होके मायूस यूं ना अपने इरादे बदल, तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है।
जिन के होठों पे हँसी पाँव में छाले होंगे,
वही लोग अपनी मंज़िल को पाने वाले होंगे।
न पूछो कि मेरी मंजिल कहाँ है, अभी तो सफर का इरादा किया है,
न हारुंगा हौसला उमर भर, ये मैंने खुद से वादा किया है।
वक़्त की कीमत कोई उस अख़बार से पूछे
दिन बीत जाने के बाद जिसकी कोई कीमत नहीं होती।
दुनिया में छोड़ने जैसा कुछ है तो,
दुसरों से उम्मीद करना छोड़ दो।
क्रोध हमेशा मनुष्य को तब आता है जब वह
अपने आप को कमज़ोर और हारा हुआ पाता है
ज़िंदगी हर किसी को आजमाती है,
जो संभल जाता है वो चमक जाता है।
ज़िन्दगी में मुश्किलें आती है ,और इंसान ज़िंदा रहने से घबराता है।
ना जाने कैसे हज़ारो काटो के बीच रह कर , एक फूल मुस्कुराता है।
बेहतर से बेहतर की तलाश करो, मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो,
टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से, तोड़ दे पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।
काटकर गैरों की टाँगें ख़ुद लगा लेते हैं लोग,
इस शहर में इस कदर भी कद बढ़ा लेते हैं लोग।
मेहनत इतनी खामोशी से करो की,
तुम्हारी सफलता शोर मचा दे।
इंसान की सोच अगर तंग हो जाती हैं,
तो ये खूबसूरत जिंदगी भी एक जंग हो जाती हैं।
इसलिए खामोश रह के उम्र पूरी काट दी…
ज़िन्दगी तुझसे बहस का फायदा कोई नहीं।
किताबों सा बनों,
सब कुछ सीखा कर भी खामोश रहो।
सफलता हमेशा अकेले में गले लगाती है,
लेकिन असफलता हमेशा आपको सबके सामने तमाचा मारती है।
जब फैसला आसमान वाले का होता है,
तब कोई वकालत जमीन वाले की नही होती है।
जिंदगी के रथ में लगाम बहुत है,
अपनों के अपनों पर इल्जाम बहुत हैं।
खुद को यूँ खोकर ज़िन्दगी को मायूस न कर,
मंज़िलें चारों तरफ हैं रास्तों की तलाश कर।
मुश्किलों से कह दो उलझा न करे हम से,
हर हालात में जीने का हुनर आता है हमें।
कोई तराजू नहीं होता, रिश्तो को तोलने के लिए,
परवाह बताती है की ख्याल का पलड़ा कितना भारी है।
खुद को भूल न जाऊं भटक न जाऊं कहीं…
एक टुकड़ा आइना जेब में रखता हूँ अक्सर
कूछ नही मिलता दुनिया मे मेहनत के बगैर,
मेरा अपना साया भी मुझे धूप मे आने के बाद मिला।
कायर आदमी अपनी मौत से पहले
न जाने कितनी बार मरता है।
सफलता की वह ऊंचाई किसी अभिशाप से कम नहीं
जो इंसानियत और दयाभाव खोकर प्राप्त की गई हो
जो लिखते है वो कवि बनते हैं,
आप जो सोचते है वही बनते हैं।
हाथों की लक़ीर पे कभी भरोसा मत करना ,
तकदीर तो उनकी भी होती है, जिनके हाथ नहीं होते।
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