कर्म उन कार्यो को कहा गया है जो हमारे द्वारा किये जाते हैं, यह दो तरह के होते हैं एक अच्छे कर्म और एक बुरे कर्म। मनुष्य उसके जीवन में कई तरह के कार्य करता है जिसके आधार पर उसे फल मिलता है। बुरे कर्मो का बुरा फल मिलता है तथा अच्छे कर्मो का अच्छा फल मिलता है। हर धर्म में कर्म के बारे में बताया गया है और स्वर्ग-नर्क, जन्नत-जहन्नम आदि की बात कही गयी है। अगर आप जानना चाहिए है कि मनुष्य के अच्छे कर्म क्या है? तो इस लेख को पूरा जरुर पढ़े।
मनुष्य के अच्छे कर्म क्या है?
मनुष्य का जीवन उसके कर्मो पर आधारित होता है वह जैसे कर्म करता है उसे वैसा परिणाम मिलता है। किसी के साथ बुरा करने पर मनुष्य के साथ भविष्य में या अगले जन्म में बुरा जरुर होता है। हमें कभी भी यह नहीं सोचना चाहिए कि हम किसी का बुरा करने के बाद बच सकते हैं क्योकि भगवान आपके हर कर्मो का हिसाब रखता है।
यदि कोई व्यक्ति स्वार्थ के लिए किसी का बुरा करता है या अधिकांश बुरे कर्मो में लिप्त रहता है उसका जीवन कठिनाईयों से भर जाता है। मनुष्य को हमेशा अच्छे कर्म करना चाहिए ताकि उसे दुःख न भीगना पड़े। हिन्दू धर्म में यह मान्यता है कि जो बुरे कर्म करता है वह मृत्यु के पश्चात नरक में जाता है, जहां उसे उसके कर्मो के आधार पर सजा दी जाती है। तथा जिसके अच्छे कर्म होते हैं वह मृत्यु के बाद स्वर्ग में जाते हैं। आगे आप जानेंगे कि मनुष्य के अच्छे कर्म क्या है?
- भक्ति में लगा रहना।
- दया और सेवा की भावना रखना।
- किसी का बुरा नहीं सोचना।
- माता पिता की सेवा करना।
- पशु-पक्षियों के लिए प्रेम की भावना रखना।
- प्रकृति का ध्यान रखना।
जिस तरह अच्छे कर्म निर्धारित किये गये हैं उसी प्रकार बुरे कर्म भी निर्धारित किये गये हैं। कुछ बुरे कर्म आपको नीचे पढ़ने के लिए मिल जाएँगे।
- चोरी करना।
- किसी भी जीव को पीड़ा पहुचाना।
- माता-पिता की सेवा न करना।
- नशा करना।
- मांसाहार करना।
- धौखा देना, स्वार्थ भावना रखना। आदि
FAQs
किसी जरूरतमंद की मदद करना ही सबसे उत्तम कर्म है।
जानबूझ कर किसी के साथ बुरा करना।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –