अंधकासुर से जुड़ी जानकारियाँ पढ़ने के लिए इस लेख को आखिर तक जरुर पढ़े और साथ ही आज आप यह भी जानेंगे कि अंधकासुर किसका पुत्र था?
अंधकासुर किसका पुत्र था?
अंधकासुर भगवान शिव का पुत्र था जिसका पालन हिरण्याक्ष ने किया था।
कहा जाता है कि एक बार भगवान शंकर जब अपना मुंह पूर्व की तरफ करके बैठे हुए थे तब माता पार्वती जी ने उनकी आंखे बन्द कर दी पर संसार में इस कारण अन्धेरा छा गया था इसी कारण भगवान शंकर को अपनी तीसरी आंख खोलनी पड़ी जिस वजह से दुनिया में तो रौशनी हो गयी और अँधेरा हट गया पर उस समय वातावरण में गर्मी बढ़ने लगी जिस कारण पार्वती जी को पसीना आने लगा इस पसीने से एक भयानक चेहरे वाले बच्चे का जन्म हुआ जिसे शंकर भगवान ने अपना बालक कहा था तथा इसी का नाम अंधकासुर था। इस घटना के बाद जब दैत्य हिरण्यक्ष ने भगवान शंकर से पुत्र प्राप्ति की मांग की थी तब उन्होंने अंधक को ही पुत्र रूप में दे दिया इसलिए अंधक का पालन पोषण हिरण्याक्ष द्वारा किया गया था। लिंग पुराण के अनुसार एक बार दैत्य हिरण्याक्ष ने कालाग्नि रुद्र के रूप मे भगवान शंकर की घोर तपस्या कर पुत्र का वरदान मांगा। भगवान शंकर ने वरदान स्वरुप हिरण्याक्ष के घर अंधकासुर के रूप मे जन्म लिया था ।
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