नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका हमारी साईट Gyaangranth.com पर हम आपको प्रतिदिन कई प्रश्नों के उत्तर देतें हैं इसी प्रकार आज हम आपको बताने वाले हैं, बाढ़ का प्रमुख कारण क्या है – Badh Ka Pramukh Karan Kya Hai? और साथ ही जानेंगे की बाढ़ से बचने के क्या क्या उपाय है?
बाढ़ किसे कहते हैं?
किसी भी क्षेत्र में पानी की मात्रा एकाएक बढ़ने लगे और पानी का स्तर इतना अधिक हो जाए की वह पानी उस क्षेत्र को हानि पहुचाने लगे तथा वहा के रहवासियों को उस क्षेत्र को छोड़ कर जाना पड़े तब इसे बाढ़ कहा जाता है। बाढ़ आर्थिक और सामाजिक संरचना को नुकसान पहुचाती हैं, पानी का स्तर इतना अधिक होता है की लोगो को नाव तथा हेलीकॉप्टरों द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुचाया जाता है।

बाढ़ का प्रमुख कारण क्या है – Badh Ka Pramukh Karan Kya Hai?
अत्यधिक वर्षा होने से बाढ़ का आना
बाढ़ आने का मुख्य कारण सामान्य से सामान्य से अधिक वर्षा का होना है, यदि किसी क्षेत्र में अत्यधिक वर्षा होती तो वहा पानी जमने लगता है और बाढ़ की स्तिथी बन जाती है। कई बार धीमी बारिश लगातार कई दिनों तक होने के कारण भी बाढ़ आ सकती है।

नदी अपवाह से आ सकती है बाढ़
किसी भी नदी में जल का स्तर काफी बढ़ जाने से बिना वर्षा के भी नदी के तटो पर स्थित गावं या शहर पानी में डूबने लगते हैं, नदी में पानी का स्तर बढने के कई कारण हो सकते हैं।
तटीय हवाएँ बनती बाढ़ का कारण
जब तेज तटीय हवाएँ समुद्र से टकराती है जस वजह से उसका पानी अत्यधिक मात्रा में रहवासी क्षेत्रो में आ जाता है जिससे की बाढ़ आ जाती है। यह तटीय क्षेत्रो में बाढ़ आने का मुख्य कारण है।

बांध का टूटना बाढ़ का आम कारण
बाँध द्वारा एकत्रित पानी का दबाव कई बार बांध को नुक्सान पहुचता है जिससे की बांध टूट जाता है और निचले क्षेरतो में बाढ़ आ जाती है। बांध टूटने के कारण अचानक से बाढ़ आ जाती है जिससे की ज्यादा नुकसां होता है।

बर्फ के बने बांध
ठंडे क्षेत्र में कई बार बर्फ के बड़े बड़े बांध बन जाते है जिनके अंदर बह कर आने वाला पानी जब जाता है और एक समय एसा आता है जब यह बर्फ के बांध पिघलने लगते है और इनमे जमा पानी बहने लगता है जिस कारण बाढ़ आ जाती है।
बाढ़ के और अनेक कारण भी सकते हैं जैसे नदी तल मे अवसादों का जमाव, जल निकासी की अपूर्ण व्यवस्था, जलाशयों मे अवसाद का जमना आदि।
बाढ़ से बचने के उपाय
अपवाह को अनियंत्रित होने से रोकने के लिए नदी के जलागम क्षेत्र में उपयुक्त भूमि एवं जल संरक्षण उपाय करना चाहिए। मजबूत बांधो का निर्माण ताकि वे अच्छे से पानी के फेलाव को रोक सके एवं तेज बहाव वाले पानी में टूट ना जाए। अधिक अधिक से पेड़ पोधे लगाना चाहिए जिससे की मिटटी का क्षरण नही होता है और बाढ़ की सम्भावना कम रहती है। मोसम विभाग को सचेत रहना चाहिए जिससे की बाढ़ की भविष्यवाणियाँ की जा सके और लोगो को आपदा से पहले ही सुरक्षित क्षेत्र में ले जाया जा सके।
इस आर्टिकल को पूरा पढने के बाद आप अच्छे से समझ गये होंगे की बाढ़ के प्रमुख कारण क्या है (Badh Ka Pramukh Karan Kya Hai) और बाढ़ से बचने के उपाय भी जान गये होंगे।
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