इस लेख में आप जानोगे कि बहन को संस्कृत में क्या कहते हैं? भाई बहन का रिश्ता बहुत ही अनोखा होता है इसमें प्यार भी है और झगड़े भी है। दो मेसे कोई ना कोई शरारती जरुर होता है फिर भी यह मिल जुल कर रहते है। वह हमेशा उसके साथ एक सच्चे मित्र की तरह रहती है। इस रिश्ते में एक भरोसा होता है जो इसे और मजबूत करता है।
बचपन से ही साथ रहने से इनमे इतना ज्यादा प्रेम बड़ जाता है कि ये ज्यादा दिन एक दुसरे के बिना नही रह पाते है पर जब बहन की शादियो हो जाती है तब सबसे ज्यादा अकेलापन भाई ही महसूस करता है। रक्षाबन्धन का त्यौहार जब आता है तब दोनों बहुत ही खुश होते है और बहन भाई के इस त्यौहार को बड़े उत्साह से मनाते है। आइये जानते है कि बहन को संस्कृत में क्या कहते हैं।
बहन को संस्कृत में क्या कहते हैं?
बहन को संस्कृत में भगिनी, अनुजा कहा जाता है। बहन चाहे छोटी हो या बड़ी वो अपने भाई का दिल कभी नही दुखती है उसे हमेशा प्यार करती है।
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