भगवान शिव के 108 नाम हिंदी में

भगवान शिव के 108 नाम हिंदी में ~ मनोकामना पूर्ति के लिए करें जप

No Comments

Photo of author

By Shubham Jadhav

देवों के देव महादेव यानिकी भगवान शिव के नाम का जाप करने मात्र से ही जीवन के दुःख नष्ट होते हैं। भगवान शिव की पूजा प्रतिदिन की जाती है लेकिन कुछ दिन विशेष होते हैं जिनमें कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से आपकी सारी मनोकामनाएँ आसानी से पूरी हो सकती है। जैसे सोमवार, मासिक शिवरात्रि, महाशिवरात्रि आदि। भगवान शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है क्यूंकि वे आसानी से अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाते हैं तथा उनकी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं। अगर आप भी शिव भक्त हैं या भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आपको उनके नाम का जाप करना चाहिए। भगवान शिव के 108 यहाँ नीचे दिए गये हैं। आइये जानते हैं भगवान शिव के 108 नाम हिंदी में व साथ ही हमने उनके मन्त्रों को भी यहां पर लिखा है, ताकि आप नाम पढ़ने के साथ मन्त्रों का भी जाप कर सकें।

भगवान शिव के 108 नाम हिंदी में

  1. शिव
    ॐ शिवाय नम:
  2. महेश्वर
    ॐ महेश्वराय नम:
  3. शंभु/शंभवे
    ॐ शंभवे नम:
  4. पिनाकिने
    ॐ पिनाकिने नम:
  5. शशिशेखर
    ॐ शशिशेखराय नम:
  6. वामदेव
    ॐ वामदेवाय नम:
  7. विरूपाक्ष
    ॐ विरूपाक्षाय नम:
  8. कपर्दी
    ॐ कपर्दिने नम:
  9. निललोहित
    ॐ निललोहिताय नम:
  10. शंकर
    ॐ शंकराय नम:
  11. शूलपाणी
    ॐ शूलपाणये नम:
  12. खट्वांगी
    ॐ खट्वांगिने नम:
  13. विष्णुवल्लभ
    ॐ विष्णुवल्लभाय नम:
  14. शिपिविष्ट
    ॐ शिपिविष्टाय नम:
  15. अंबिकानाथ
    ॐ अंबिकानाथाय नम:
  16. श्रीकण्ठ
    ॐ श्रीकण्ठाय नम:
  17. भक्तवत्सल
    ॐ भक्तवत्सलाय नम:
  18. भव
    ॐ भवाय नम:
  19. शर्व
    ॐ शर्वाय नम:
  20. त्रिलोकेश
    ॐ त्रिलोकेशाय नम:
  21. शितिकण्ठ
    ॐ शितिकण्ठाय नम:
  22. शिवाप्रिय
    ॐ शिवाप्रियाय नम:
  23. उग्र
    ॐ उग्राय नम:
  24. कपाली
    ॐ कपालिने नम:
  25. कामारी
    ॐ कामारये नम:
  26. अन्धकासुर सूदन
    ॐ अन्धकासुर सूदनाय नम:
  27. गंगाधर
    ॐ गंगाधराय नम:
  28. ललाटाक्ष
    ॐ ललाटाक्षाय नम:
  29. कालकाल
    ॐ कालकालाय नम:
  30. कृपानिधी
    ॐ कृपानिधये नम:
  31. भीम
    ॐ भीमाय नम:
  32. परशुहस्त
    ॐ परशुहस्ताय नम:
  33. मृगपाणी
    ॐ मृगपाणये नम:
  34. जटाधर
    ॐ जटाधराय नम:
  35. कैलाशवासी
    ॐ कैलाशवासिने नम:
  36. कवची
    ॐ कवचिने नम:
  37. कठोर
    ॐ कठोराय नम:
  38. त्रिपुरान्तक
    ॐ त्रिपुरान्तकाय नम:
  39. वृषांक
    ॐ वृषांकाय नम:
  40. वृषभारूढ
    ॐ वृषभारूढाय नमः:
  41. भस्मोद्धूलितविग्रह
    ॐ भस्मोद्धूलितविग्रहाय नम:
  42. सामप्रिय
    ॐ सामप्रियाय नम:
  43. स्वरमय
    ॐ स्वरमयाय नम:
  44. त्रयीमूर्ति
    ॐ त्रयीमूर्तये नम:
  45. अनीश्वर
    ॐ अनीश्वराय नम:
  46. सर्वज्ञ
    ॐ सर्वज्ञाय नम:
  47. परमात्मा
    ॐ परमात्मने नम:
  48. सोमसूर्याग्निलोचन
    ॐ सोमसूर्याग्निलोचनाय नम:
  49. हवि
    ॐ हविषे नम:
  50. यज्ञमय
    ॐ यज्ञमयाय नम:
  51. सोम
    ॐ सोमाय नम:
  52. पंचवक्त्र
    ॐ पंचवक्त्राय नम:
  53. सदाशिव
    ॐ सदाशिवाय नम:
  54. विश्वेश्वर
    ॐ विश्वेश्वराय नम:
  55. वीरभद्र
    ॐ विरभद्राय नम:
  56. गणनाथ
    ॐ गणनाथाय नम:
  57. प्रजापति
    ॐ प्रजापतये नम:
  58. हिरण्यरेता
    ॐ हिरण्यरेतसे नम:
  59. दुर्धर्ष
    ॐ दुर्धर्षाय नम:
  60. गिरिश
    ॐ गिरिशाय नम:
  61. अनघ
    ॐ अनघाय नम:
  62. भुजंगभूषण
    ॐ भुजंगभूषणाय नम:
  63. भर्ग
    ॐ भर्गाय नम:
  64. गिरिधन्वा
    ॐ गिरिधन्वने नम:
  65. गिरिप्रिय
    ॐ गिरिप्रियाय नम:
  66. कृत्तिवासा
    ॐ कृत्तिवाससे नम:
  67. पुराराति
    ॐ पुरारातये नम:
  68. भगवत
    ॐ भगवते नम:
  69. प्रमथाधिप
    ॐ प्रमथाधिपाय नम:
  70. मृत्युंजय
    ॐ मृत्युंजयाय नम:
  71. सूक्ष्मतनु
    सूक्ष्मतनवे नम:
  72. जगद्वयापी
    ॐ जगद्वयापिने नम:
  73. जगद्गुरु
    ॐ जगद्गुरुवे नम:
  74. व्योमकेश
    ॐ व्योमकेशाय नम:
  75. महासेनजनक
    ॐ महासेनजनकाय नम:
  76. चारुविक्रम
    ॐ चारुविक्रमाय नम:
  77. रुद्र
    ॐ रुद्राय नम:
  78. भूतपति
    ॐ भूतपतये नम:
  79. स्थाणु
    ॐ स्थाणवे नम:
  80. अहिर्बुध्न्य
    ॐ अहिर्बुध्न्याय नम:
  81. दिगंबर
    ॐ दिगंबराय नम:
  82. अष्टमूर्ति
    ॐ अष्टमूर्तये नम:
  83. अनेकात्मा
    ॐ अनेकात्मने नम:
  84. सात्विक
    ॐ सात्विकाय नम:
  85. शुद्धविग्रह
    ॐ शुद्धविग्रहाय नम:
  86. शाश्वत
    ॐ शाश्वताय नम:
  87. खण्डपरशु
    ॐ खण्डपरशवे नम:
  88. अज
    ॐ अजाय नम:
  89. पाशविमोचन
    ॐ पाशविमोचकाय नम:
  90. मृड
    ॐ मृडाय नम:
  91. पशुपति
    ॐ पशुपतये नम:
  92. देव
    ॐ देवाय नम:
  93. महादेव
    ॐ महादेवाय नम:
  94. अव्यय
    ॐ अव्ययाय नम:
  95. हरि
    ॐ हरये नम:
  96. भगनेत्रभिद
    ॐ भगनेत्रभिदे नम:
  97. अव्यक्त
    ॐ अव्यक्ताय नम:
  98. हर
    ॐ हराय नम:
  99. दक्षाध्वरहर
    ॐ दक्षाध्वरहराय नम:
  100. पूषदन्तभित्
    ॐ पूषदन्तभिदे नम:
  101. अव्यग्र
    ॐ अव्यग्राय नम:
  102. सहस्राक्ष
    ॐ सहस्राक्षाय नम:
  103. सहस्रपद
    ॐ सहस्रपदे नम:
  104. अपवर्गप्रद
    ॐ अपवर्गप्रदाय नम:
  105. अनन्त
    ॐ अनन्ताय नम:
  106. तारक
    ॐ तारकाय नम:
  107. परमेश्वर
    ॐ परमेश्वराय नम:
  108. महाकाल
    ॐ महाकालेश्वराय नमः

अगर आप सावन में इन नामों को पढ़ेंगे तो इससे आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी और आपके जीवन में खुशियों का आगमन होगा। अगर आप किसी कारणवश सावन में इनका पाठ नहीं कर पाए हैं तो आप किसी भी सोमवार को इन्हें पढ़कर भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं।

कुछ और महत्वपूर्ण लेख –

1Shares

Leave a Comment