भारत में शादी के फैसले को काफी बड़ा और महत्वपूर्ण माना जाता है इसीलिए इस फैसले में घर के सभी सदस्यों को रखा जाता है साथ ही भारत में शादी के समय अत्यधिक खर्च आता है। कई बार ऐसी परिस्थिति बन जाती है कि लड़का और लड़की कोर्ट मैरिज करते हैं, कोर्ट मैरिज के करने के कई कारण हो सकते हैं पर सबसे मुख्य कारण लड़के या लकड़ी के घर वालो का ना मानना होता है और कई बार बिना खर्च के शादी का इरादा रखने वाले परिवारो के द्वारा भी कोर्ट मैरिज को ही चुना जाता है। कुछ परीस्थितियों में ऐसा भी होता है कि किसी एक इंसान के साथी की मृत्यु हो जाने के कारण वह दूसरी शादी कर रहा हो और दूसरी शादी अधिकांश लोग कोर्ट में ही करते हैं। कोर्ट मैरिज करने के लिए कुछ डाक्यूमेंट्स कोर्ट में जमा करने होते हैं और दोनों का वहा उपस्थित होना जरुरी होता है साथ ही तीन गवाहों की जरूरत भी होती है। अगर आप जानना चाहते है कि कोर्ट मैरिज में क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहिए? तो इस लेख में आपको इसका उत्तर मिल जाएगा।
कोर्ट मैरिज में क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहिए?
- दसवीं/बारहवीं की मार्कशीट या जन्म प्रमाण पत्र जन्म तारीख सिद्ध करने हेतु
- अगर कोई तलाक़शुदा है तो तलाक सम्बन्धी कागज़, अगर पति-पत्नी मृत हैं तो उनका डेथ सर्टिफिकेट
- आवेदन पत्र
- दूल्हा-दुल्हन के पासपोर्ट साइज 4 फोटो
- पहचान प्रमाण पत्र या आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी
- गवाहों की फोटो, उनका आधार कार्ड, पैन कार्ड
- शपथ पत्र।
कोर्ट मैरिज से पहले लड़का, लड़की और गवाहों को रजिस्ट्रार के समक्ष एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने होते हैं जिसमें यह होता है कि ये शादी बिना किसी दबाव के उनकी खुद की इच्छा से हो रही है। लडके की उम्र 21 तथा लड़की की उम्र 18 वर्ष होना जरुरी होता है।
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