आज के इस आर्टिकल में हम डायरी लेखन के सम्बन्ध में बताने वाले है। डायरी लेखन के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को अच्छे से पढियेगा। और आपकी जानकारी के लिए बतादे कि यदि आप विद्यार्थी है तो परीक्षा के नजरिये से भी यह प्रश्न महत्पूर्ण है, क्योकि डायरी लेखन से आप क्या समझते हैं? यह प्रश्न बहुत सी आम परीक्षाओ में जरुर पुचा जाता है।
डायरी लेखन से आप क्या समझते हैं?
डायरी लेखन का अर्थ है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा अपने जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को डायरीमें उतरने का कार्य या किसी भी प्रकार की जानकारी जैसे दुकान या खर्च की डायरी में लिखना भी डायरी लेखन ही कहलाता है। डायरी लेखन के माध्यम से अधिकांश लोग अपने जीवन के बिताए हुए पालो को भविष्य में याद करने के लिए डायरी लेखन करते है वो पल खुशनुमा भी हो सकते है या दर्द भरे भी हो सकते है।
अपने मन के विचारो को भी डायरी में लिखना बहुत से लोगो को पसंद होता है। यह एक तरह का व्यक्तिगत दस्तावेज़ भी कहलाता है, डायरी के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी निजी अनुभूतियो का चित्रण अपने शब्दों और भावनाओ के साथ करता है। डायरी किसी भी महान व्यक्ति के विचारों और अनुभवो का संग्रह भी होता है जो समाज के लिए उपयोगी हो सकता है। डायरी लेखन प्राचीन कल से ही चला आ रहा है राजा महाराजा भी डायरी लेखन किया करते थे, अपने दिन भर की गतिविधियों को डायरी में लिख कर वे अनुभवो को शब्दों में परिवर्तित कर एक जगह संयोजित कर देते थे।
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