इस लेख में आप जानेंगे कि भारत का पहला डीएनए भण्डार कहाँ स्थापित किया गया था और इसकी क्या आवश्यकता है।
भारत का पहला डीएनए भण्डार कहाँ स्थापित किया गया था?
भारत का पहला डीएनए भण्डार यानिकी (DNA Bank) डीएनए बैंक लखनऊ में स्थापित किया गया था यहा कुछ ही सेकंड में डीएनए का विवरण दिया जा सकता है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!डीएनए का फुल फॉर्म डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल है जो जीवित कोशिकाओं के गुणसूत्रों में पाया जाता है। जैसा की हम सब जानते है कि हर किसी का डीएनए अलग अलग होता है इसलिए किसी भी मृत या घूम चुके मंदबुद्धि इन्सान की पहचान के लिए इसका उपयोग किया जाता है। सरकार चाहती है कि हर किसी के डीएनए का विवरण इन डीएनए बैंक में जमा हो ताकि आवश्यकता होने पर इस विवरण का प्रयोग किया जा सके। ऐसा करने के पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य अपराध के समय आवश्यक जानकरी जुटाने, आपदा के समय, या किसी मृत इंसान की पहचान और न्याय व्यवस्था को और मज़बूत करना है।
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