प्रश्न – अध्यापन में दृश्य श्रव्य सामग्री की उपयोगिता का वर्णन कीजिए
अध्यापन में दृश्य श्रव्य सामग्री की उपयोगिता का वर्णन कीजिए
दृश्य श्रव्य सामग्री का अर्थ होता है जिसमे विद्यार्थी अपनी देखने तथा सुनने की इन्द्रियों की मदद से ज्ञान अर्जित करें। उदाहरण विडियो के द्वारा। इसकी मदद से विद्यार्थी आसानी से प्रश्नों के उत्तर समझ सकता है तथा उन्हें मस्तिष्क में धारण कर सकता है। इस प्रणाली को शिक्षा के क्षेत्र में प्रभावी रूप से उपयोग किया जा सकता है।
श्रव्य दृश्य सामग्री की परिभाषा
बिनिंग के अनुसार
“सीखने का कोई भी तरीका जिसमें विद्यार्थी अपनी श्रव्य एवं दृश्य इन्द्रियों का उपयोग करता है, उन्हें हम श्रव्य दृश्य सामग्री कहते हैं।”
अध्यापन में दृश्य श्रव्य सामग्री की उपयोगिता
- विद्यार्थियों का ध्यान केन्द्रित करने के लिए दृश्य श्रव्य सामग्री का उपयोग किया जाता है यह आसानी से बच्चों का ध्यान केन्दित करता है।
- श्रव्य सामग्री आभिप्रेरणा का कार्य करती हैं जिसे देख कर विधार्थी उत्सुक हो जाते हैं।
- नये विषय को भी बच्चे आसानी से समझ लेते हैं।
- विद्यार्थी नये शाब्दों, अपरिचित बातों को शीघ्र सीख लेता है।
- इसके उपयोग से शिक्षक में आंत्मविश्वास, कुशलता की भावना आती है क्योकि यह पाठन को रुचिकर बनाता है।
- कक्षाओं में हर वर्ष बच्चो की संख्या बड़ रही है इसीलिए इस अध्यापन में दृश्य श्रव्य सामग्री को जोड़ा जाना जरुरी है।
- तीव्र एवं मन्द बुद्धि बालकों को योग्यतानुसार शिक्षा देता है।
- यह सामग्री समय और शक्ति की बचत करती है।
- अनुशासन को बनाए रखने में काफी मददगार होता है।
- विधार्थियों में मानसिक शक्तियों का विकास होता है।
- सूचनाओं को रोचक ढंग से प्रदान करता है।
- बालकों को मानसिक रूप से नये ज्ञान की प्राप्ति हेतु तैयार करता है।
- पढ़ने में अधिक रुचि बढ़ाता है।
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