dronacharya ko marne ke liye kya yojna

द्रोणाचार्य को मारने के लिए पांडवों ने क्या योजना बनाई थी?

No Comments

Photo of author

By Shubham Jadhav

पांडवो में द्रोणाचार्य को मारने के लिए योजना बनाई थी क्या आप जानते हैं कि द्रोणाचार्य को मारने के लिए पांडवों ने क्या योजना बनाई थी अगर नही तो इस लेख को अंत तक जरुर पढ़े।

द्रोणाचार्य को मारने के लिए पांडवों ने क्या योजना बनाई

द्रोणाचार्य ने कौरवों और पांडवो को युद्ध विद्या सिखाई थी, तथा अर्जुन के साहस को देखते हुए उन्हें धनुर्धर होने का वरदान भी दिया था। द्रोणाचार्य के पिता का नाम महर्षि भरद्वाज तथा पुत्र का नाम अश्वत्थामा था। माना जाता है कि द्रोणाचार्य का जन्म द्रोण नाम के एक बर्तन से हुआ था जिस कारण उनका नाम द्रोणाचार्य पड़ा था।

द्रोणाचार्य ने युद्ध के समय कौरवों का साथ देने का निर्णय लिया था फिर उन्हें सेनापति भी बनाया गया था, द्रोणाचार्य पांडवो की सेना को अत्यधिक नुकसान पंहुचा रहे थे तभी पांडवो ने द्रोणाचार्य को मारने के लिए योजना बनाई उन्होने अश्वत्थामा नाम के हाथी को मार दिया और यह सुचना फेला दी कि अश्वत्थामा की मृत्यु हो गयी है।

तभी द्रोणाचार्य को इस बारे में पता लगा और उन्होंने धर्मराज युधिष्ठिर से इस बारें में पूछा, धर्मराज युधिष्ठिर कभी झूठ नही बोलते थे जिस के कारण अगर वो कह देते कि अश्वत्थामा की मृत्यु हो गयी है तो द्रोणाचार्य को यह बात मानना पड़ेगी।

फिर धर्मराज युधिष्ठिर ने कहा “अश्वत्थामा का वध कर दिया गया है, परन्तु गज” और जैसे ही उन्होंने परन्तु गज कहा कृष्ण ने ऊँचे स्वर में शन्खनाद कर दिया जिस कारण द्रोणाचार्य ने केवल अश्वत्थामा का वध कर दिया गया है ही सुना और धर्मराज युधिष्ठिर ने झूठ भी नही कहा और फिर द्रोणाचार्य ने यह सुन कर हताश हो कर शस्त्र निचे रख दिए जिसके बाद धृष्टद्युम्न ने उनका वध कर दिया, धृष्टद्युम्न द्रौपदी का भाई था।

कुछ और महत्वपूर्ण लेख –

0Shares

Leave a Comment