हल्दी वाला दूध बहुत ही लाभकारी माना जाता है, इसका उपयोग सर्दी-जुखाम, हड्डियों को मजबूत करने में किया जाता आ रहा है, हल्दी का उपयोग चोट लगने पर भी किया जाता है क्योंकि यह घाव को कम करती हैं, हल्दी के कई फायदें होते हैं और यह आसानी से किसी के भी घर के किचन में मिल जाती है क्योंकि इसका उपयोग रसोई में भी होता है और यह इसमें औषधीय गुण भी पायें जाते हैं। कई घरों में माँ अपने बच्चे को सोने से पहले हल्दी का दूध देती हैं ताकि उसकी इम्युनिटी बूस्ट हो और वह बिमारियों से बचा रहें। यदि किसी की इम्युनिटी कमजोर होती हैं तो वह आसानी से बिमारियों की चपेट आ सकता है। पर क्या आप जानते हैं कि इतना लाभ पहुचाने वाला हल्दी का दूध कई लोगों के लिए समस्याएँ भी उत्पन्न कर सकता है क्योंकि यह दूध हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं हैं कुछ लोगों को इसका सेवन करने से पहले विचार करना चाहिए तो आइयें जानते हैं कि हल्दी वाला दूध किसे नहीं पीना चाहिए?
हल्दी वाला दूध किसे नहीं पीना चाहिए
हर किसी के शरीर की तासीर भी अलग होती हैं और वातावरण तथा परिस्थितियां भी अलग-अलग होती है जिस कारण हल्दी वाला दूध हर किसी को लाभ नहीं पहुचाता है, यह कुछ लोगों को हानि भी पहुचा सकता हैं, ऐसे लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
एलर्जी
कई लोगों को हल्दी वाले दूध से एलर्जी होने लगती हैं, यदि किसी को लगता है कि उसे हल्दी के दूध के सेवन के बाद शरीर पर खुजली या स्किन पर रैशेज, दाने होने लगे हैं तो उसे हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योकि हो सकता हैं कि हल्दी में पाए जाने वाले करक्यूमिन के कारण उन्हें एलर्जी हो रही है।
गर्भवती महिलाएं
हल्दी के कारण शरीर में गर्मी बड़ सकती है जो गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता हैं, कई गर्भवती महिलाओं ने यह अनुभव किया है कि गर्भावस्था में हल्दी का सेवन करने से पेट में ऐंठन होने लगती है, इसीलिए डॉक्टर्स भी कहते हैं कि लगभग गर्भाधारण करने के लिए तीन महीने के अंदर हल्दी के दूध के सेवन से बचना चाहिए।
लिवर
यदि किसी व्यक्ति को लिवर से सम्बन्धित किसी प्रकार की समस्या हैं तो उसे भूल कर भी हल्दी का दूध नहीं पीना चाहिए, यदि किसी को लीवर में परेशानी है और वह हल्दी के दूध का सेवन करता है तो उसकी लिवर संबंधित बीमारी बड़ सकती है इसिल्यिए उसे हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए।
कमजोर पाचन
जिन लोगों को पाचन से सम्बन्धित समस्या है उन्हें हल्दी के दूध का सेवन नहीं करना चाहिए, पाचन सम्बंदित समस्या जैसे कब्ज, दस्त, एसिडिटी आदि होने पर हल्दी के दूध का सेवन करने से यह और बड़ सकते हैं। क्योकि हल्दी के दूध के सेवन से pH में परिवर्तन हो जाता है जिससे पेट सम्बन्धित विकार हो सकते हैं या बड़ सकते हैं।
किडनी रोगी
हल्दी में ऑक्सालेट पाया जाता है जो किडनी को प्रभावित करता है पर यह केवल उन लोगों को हानि पहुचाता है जो किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं, खासकर किडनी स्टोन जैसी गम्भीर समस्या से। जिन लोगों को पथरी की समस्या है उन्हें हल्दी के दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
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