इंसानियत पर सुविचार

इंसानियत पर सुविचार – Humanity Quotes in Hindi 2024

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By Shubham Jadhav

जिस तरह हम धर्म का पालन करते हैं उसी तरह हमे इंसानियत का भी पालन करना चाहिए, इंसानियत के नाते हमारा कर्तव्य है कि हर उस इन्सान की मदद करें जो मुसीबत में हैं, दुसरो का कभी भी बुरा न सोचे न ही किसी का बुरा करें। आज में समय में पाप इतना बड़ चूका है कि हर कोई स्वार्थ के लिए अपनों को ही धोका दे रहे हैं पर हमे इंसानियत को जिन्दा रखना है अपने माता पिता का नाम रोशन करना हैं तथा अपने देश का नाम भी ऊंचा करना है, इसीलिए मानवता को प्राथमिकता देना होगी। अगर आप इंसानियत पर सुविचार (Humanity Quotes in Hindi 2024, Insaniyat Shayari in Hindi, Best Humanity Quotes in Hindi) की तलाश में है तो इस लेख की मदद ले सकते हैं।

इंसानियत पर सुविचार

आज के समय में इंसान बढ़ते जा रहे हैं
और उनके अंदर की
इंसानियत खत्म होती जा रही है..!

महज़ जीना ही यहां
जिंदगी नहीं होती..
इंसानियत ही इंसान को
हमेशा जिंदा रखती..

इंसानियत के बाजार में इंसान
खुद बिक गए हैवानियत के
शहर में इंसान दिख गए..!!

ईश्वर ने आपको इंसान बनाया है
ताकि इंसानियत हमेशा जिंदी रहे..!!

लाखो लोगो की दुआए उसके साथ रहती हैं जो मानवता के नाते अपना हर फर्ज निभाता हैं।

Insaniyat Shayari in Hindi
Insaniyat Shayari in Hindi

कोई हमारा बुरा करे,
ये उसका कर्म है।
लेकिन हम किसी का बुरा न करें,
ये हमारा धर्म है।

बिक जाती है दो कोडी में इंसानियत आज कल
हर शख्स अब अपने फर्ज भूल गया है।

अगर किसी को दुख में देखकर आप
उसकी मदद करने जाते हैं
तो आपमें अभी इंसानियत जिन्दा है !

हर कोई बस अपना सोचता है।
जहां फायदा हो वहा बैठता है। ।
भूल चूका है इंसानियत हर वो शख्स ।
जो खुद को खुदा समझ बैठा है। ।

प्यार की चाँदनी में खिलते हैं
दश्त-ए-इंसानियत के फूल हैं हम

इंसानियत की रोशनी गुम हो गई कहा,
साए तो है इंसान के मगर इंसान कहा..!!

धर्म के चश्मे से जो दिख रही है
सुनहरी गुजरगाह
इंसानियत के दरीके से देखो
कत्लेआम दिखेगा !

चंद सिक्कों में बिकता है यहाँ इंसान का ज़मीर,
कौन कहता है मेरे मुल्क में महंगाई बहुत है..!!

Best Humanity Quotes in Hindi
ईश्वर ने बड़े अजीब से दिल के रिश्ते बनाए हैं
सबसे ज्यादा उसी का दिल रोया है”
जिसने बड़ी ईमानदारी से रिश्ते निभाए हैं

जिसमे इंसानियत नाहो वो जिन्दा रह कर भी मुर्दा है।
उसके पढ़े लिखे होने का भी न उसे कुछ फायदा है।

हम विश्वास को इंसानियत मानते थे
पर वे मतलबी लोग तो सिर्फ
अपने मतलब को ही जानते थे !

कामियाबी ऊपर और इंसानियत नीचे रह गई,
पैसे कमाने की ख्वाहिश में मानवता बहुत पीछे रह गई.

इंसान तभी इंसान कहलाता है
जब वह समय आने पर इंसानियत दिखाता हैं।

मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है
इंसानियत ही सबसे बड़ा कर्म है।

बिछडोगे कभी जब अपनों से तुम भी
मानवता का महत्व समझोगे तुम भी..!!

इंसान तो हर घर में पैदा होते हैं,
परन्तु इंसानियत कुछ ही घरों में जन्म लेती हैं।

दूसरों की सेवा करना वह किराया है
जो आप अपने #कमरे के लिए यहाँ पृथ्वी पर देते हैं।

हमें मानवता को उन नैतिक
जड़ो तक वापस ले जाना चाहिए
जहाँ से अनुशासन और
स्वतंत्रता दोनों का उद्गम हो.

यूं जो फेंक देते हो बचे हुए खाने को
अंदाजा भी है कितने बच्चे
तरसते हैं इसे खाने को !

कभी भी किसी की मदद करने से पीछे न हटे, ना जाने कब आपको भी जरुर पड़ जाएँ।
आपको मानवता में विश्वास नही खोना चाहिए. मानवता एक समंदर है;
अगर समुंद्र की कुछ बूँदें गन्दी है तो समुन्द्र गंदा नहीं बन जाता.

दुसरो पर दया करने वाले व्यक्ति का ईश्वर भी सम्मान करता है।

ना दौलत काम आती ना शोहरत काम आती
जिंदगी में हमेशा महत्वपूर्ण इंसानियत ही है होती..!!

हर कोई लालच से घीर गया हैं ,पैसा इंसानियत से बड़ा हो गया है।

जो इंसानियत को मजहब कहते हैं ।
असल में वही सबसे बड़े होते हैं। ।

स्वभाव की उग्रता झगड़े की आग को भड़काती है,
परन्तु विलम्ब से क्रोध करने वाला व्यक्ति अपने मधुर वचन से बुझा देता है।

कोई मजहब बुरा नहीं होता बुरे लोग होते हैं
जानवर इंसान नहीं बनता कभी
लेकिन इंसान जानवर जरूर बनते हैं !

मानवता पर सुविचार
मानवता पर सुविचार
किसी मजबूर का भला करने से
किस्मत हमारी निखरती हैं,
एक दुसरे की मदद करने से
इंसानियत कभी नही बिखरती हैं।

कोई देखे या न देखे ईश्वर आपके हर कर्मो का हिसाब रखता हैं।

निभा गया जरूरत आने पर जो इंसानियत का रिश्ता,
हर राजा से ऊंचा उसका किरदार हो गया।

मानवता की सेवा, ईश्वर की सेवा करने के सामान होता हैं।

यहा हर #व्यक्ति एक दूसरे की जान का #दुशमन बना बैठा हैं,
शायद वह अपनी इंसानियत को कही खो बैठा हैं।

कितनी अजीब बात है इंसान के
पास घर पैसा, जायदाद सब है
पर इंसानियत नहीं है !

इंसानियत के नाते अगर कुछ करना ही चाहते हो तो बस दिल खोल कर लोगो की मदद ही कर दिया करो।

आप किसी की मुस्कुराहट का कारण बनो। ऐसा कारण जिससे कोई भी व्यक्ति प्रेम महसूस करे और लोग अच्छाई पर विश्वास करे।

अपने से नीचे गरीब लोगो के साथ दुर्व्यवहार करने वाले व्यक्ति के जहन से इंसानियत का नाश हो चुका होता हैं।

बुरे लोगो को निंदा में ही आनंद आता है।
सारे रसों को चखकर भी कौआ #गन्दगी से ही तृप्त होता है।

बेजान चीज़ों को बदनाम करने के,
तरीके कितने आसान होते हैं,
लोग सुनते हैं छुप-छुप के बातें,
और कहते हैं कि दीवारों के भी कान होते हैं…

वह व्यक्ति अपने जीवन में सबसे ज्यादा खुश रहता है, जो इंसानियत के नाते सबकी सहायता करता हैं।

आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहियें। मानवता एक सागर के समान है। यदि सागर की कुछ बूंदें गंदी भो जो जाएँ तो इससे पूरा सागर मैला नहीं होता।

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