बारिश के आते ही प्रकृति खिलखिलाने लगती है। चरों तरफ ही हरियाली छा जाती है और इसी मौसम में यदि प्रकृति ने चाहा तो हमें इंद्रधनुष भी दिखाए दे सकता है। अंग्रेजी में इसे रैंबो कहते हैं। यह एक रंगीन प्रकृति द्वारा निर्मित एक वक्र है जो आसमान में दिखाई देता है। आइये आज हम जानते हैं कि इंद्रधनुष में कितने रंग होते है?
इंद्रधनुष में कितने रंग होते है?
इंद्रधनुष प्रकृति का एक अद्वितीय दृश्य है। यह दिखने में काफी सुंदर होता है एवं इसमें कुल सात रंग होते हैं। इन रंगो के समूहों से एक वक्र बनता है जो आसमान में काफी ऊपर दिखाई पड़ता है। यह प्रकृति द्वारा इंसानों को दिया गया एक सुंदर तोहफा है जो बरसात के मौसम में काफी ज्यादा दिखाई देता है।
इंसानों को कई बार यह सात रंग स्पष्ट रूप से दिखाए नहीं देते हैं। लकिन वास्तव में इसमें यह रंग मौजूद होते हैं। इन्हें विभाज्य रंगों के नाम से जाना जाता है। इन सात रंगों के नाम बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी एवं लाल हैं। इन्हें याद रखने के लिए आप बेजानीहपीनाला याद कर सकते हैं, जो इन रंगो के नाम के पहले अक्षर से बना हुआ है।
इंद्रधनुष में मौजूद सभी रंग अविश्वसनीय रूप से उत्तम और अद्भुत हैं। वैसे तो इंद्रधनुष का निकलना एक प्राकृतिक घटना है। इंद्रधनुष के शीर्ष पर लाल प्रकाश दिखाई देता है, जबकि इसके आधार पर बैंगनी प्रकाश दिखाई देता है। आपने शायद न देखा हो, लेकिन कभी-कभी आसमान में दो इंद्रधनुष देखे जा सकते हैं। विशेष रूप से, दो इंद्रधनुष तब दिखाई देते हैं जब बारिश की बूंदें एक ही स्थान पर लगातार सूर्य के साथ संपर्क करती हैं। हालाँकि, दूसरा इंद्रधनुष रंगों के क्रम में उलटफेर प्रदर्शित करता है। दूसरे इंद्रधनुष में बैंगनी प्रारंभिक रंग है जबकि लाल अंतिम रंग है।
अब इस टॉपिक पर आ ही गए हैं तो चलिए इन सात रंगों के बारे में यानि इनकी कुछ विशेषता भी हम आपको बतला ही देते हैं।
- बैंगनी – बैंगनी रंग इंद्रधनुष का सातवां और अंतिम रंग होता है। इसका वास्तविकी नाम “वायलेट” है और यह ब्लू और इंडिगो के मिश्रण की वजह से देखा जा सकता है।
- जामुनी – यह रंग इंद्रधनुष का छठा रंग होता है, जो बैंगनी के बाद तथा नीले के पहले होता है ।
- नीला – नीला रंग इंद्रधनुष का पांचवा रंग होता है और यह हरे और जामुनी के बीच में स्थित होता है। यह शांति और विश्राम का प्रतीक है। इसका इंग्लिश नाम “ब्लू” है।
- हरा – हरा रंग इंद्रधनुष का चौथा रंग होता है और यह पीले और नीले के बीच में स्थित होता है। इसका इंग्लिश नाम “ग्रीन” है।
- पीला – पीला रंग इंद्रधनुष का तीसरा रंग होता है और यह नारंगी और हरे के बीच में स्थित होता है। इसका वास्तविकी नाम “येलो” है।
- नारंगी – नारंगी रंग इंद्रधनुष का दूसरा रंग होता है और यह लाल और पीले के बीच में आता है। इसका इंग्लिश नाम “ऑरेंज” है और यह नीले और लाल के बीच संयोजन की वजह से देखा जा सकता है।
- लाल – लाल रंग इंद्रधनुष का पहला रंग होता है। इसका इंग्लिश नाम “रेड” है।
इंद्रधनुष कैसे बनता है?
बरसात के मौसम में जब बारिश की बूंदें सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आती हैं, तो सूर्य की किरणों के बिखरने से इंद्रधनुष में दिखाई देने वाले रंगों का निर्माण होता है। लाल, नीले, पीले, हरे, आसमानी और बैंगनी रंगों से युक्त एक गोलाकार चाप पूर्वी आकाश में देखा जा सकता है। इसे इंद्रधनुष के नाम से जाना जाता है।
इंद्रधनुष क्यों दिखाई देता है?
सूर्य के प्रकाश में सात अलग-अलग रंग होते हैं – बैंगनी, नीला, आसमानी, हरा, पीला, नारंगी और लाल, जिन्हें संक्षेप में ‘बैजानिहपिनाला’ भी कहा जाता है। इन रंगों को प्रिज्म का उपयोग करके देखा जा सकता है। इंद्रधनुष मूलतः एक प्राकृतिक प्रिज्म है जो पारदर्शी प्रिज्म के रूप में कार्य करने वाली छोटी पानी की बूंदों से बनता है। जैसे ही सूर्य का प्रकाश इन बूंदों से होकर गुजरता है, यह सात अलग-अलग रंगों में विभाजित हो जाता है। इसी कारण हम इंद्रधनुष देख पाते हैं।
अगर रंग न होते तो क्या होता?
कल्पना कीजिए कि रंग के बिना हमारा जीवन कितना रंगहीन होगा। सब कुछ काले या सफेद तक ही सीमित रहेगा। सूर्य रंगों का सबसे प्राकृतिक स्रोत है, क्योंकि यह अपनी किरणों में सात रंग उत्सर्जित करता है। प्रिज्म का उपयोग करने से यह स्पष्ट होता है कि विक्षेपण के दौरान सूर्य प्रकाश सात अलग-अलग रंगों में दिखाई देता है।
इंद्रधनुष को बरसात के मौसम में देखा जा सकता है जब आसमान साफ होता है। यह वास्तव में आकाश में सात रंगों की एक धनुषाकार रचना है, जिसे इंद्रधनुष के रूप में जाना जाता है। भारतीय हिंदू संस्कृति में वर्षा के देवता इंद्र हैं, इस संदर्भ में सूर्य और जल से बनी धनुष जैसी आकृति को इंद्र का धनुष कहा जाता है।
FAQs
जब सूर्य की किरने पानी की बूंदों से गुजरती है तो प्रकार के अपवर्तन के कारण सूर्य की किरणे अलग रंग में बट जाती हैं जिससे इंद्रधनुष बनता है।
बेंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी, लाल।
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