आज का प्रश्न है कि जिस व्यक्ति को उधार माल बेचा जाता है उसे क्या कहते हैं?
जिस व्यक्ति को उधार माल बेचा जाता है उसे क्या कहते हैं?
जिस व्यक्ति को उधार माल बेचा जाता है उसे देनदार कहते हैं। अगर कोई व्यक्ति किसी कम्पनी से उधार माल खरीदता है, या किसी प्रकार का उधार लेता है तो उसे देनदार कहा जाता है। अगर किसी बैंक या व्यक्ति से उधर लिया जाता है तो कर्जदार उस बैंक या व्यक्ति के लिए देनदार होता है तथा वह बैंक और व्यक्ति या संस्थान या कम्पनी लेनदार कहलाती है।
बाज़ार में इस तरह से उधार माल देने की प्रक्रिया काफी पुरानी है क्योकि उधार माल ले कर मुनाफा कमाने के बाद देनदार आसानी से उधार चुका सकता है जिससे लेनदार तथा देनदार दोनों का फायदा होता है।
पैसे उधार लेने तथा माल उधार लेने में काफी फर्क होता है क्योकि माल की खपत के बाद बकाया पैसे चुकाना आसान होता है तथा पैसे उधार लेने में उनके खर्च हो जाने के बाद देनदार को उन्हें चुकाने में समस्याएँ आती है। व्यक्ति कम शर्तो के साथ माल उधार दे सकता है परन्तु पैसे उधार देने के लिए कई शर्तो का पालन करना होता है तथा ब्याज चुकाना पड़ता है।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –