कैलाश पर्वत हिन्दू धर्म और बुद्ध धर्म दोनों में ही विशेष महत्व रखता है, यह पर्वत इन दोनों धर्मो में अत्यधिक पवित्र माना गया है। हिन्दू धर्म में इस पर्वत को भगवान शिव का स्थान माना गया है, यहाँ भगवान शिव रहते हैं इसीलिए यह पवित्र माना गया है क्योकि हिन्दू धर्म में भगवान शिव मुख्य देवताओं में आते हैं और इन्हें संसार का संहारकर्ता भी कहा गया है। पर क्या आप जानते हैं कि कैलाश पर्वत पर चढ़ने वाला प्रथम व्यक्ति कौन था? आइयें जाते हैं कैलाश पर्वत पर चढ़ने वाला प्रथम व्यक्ति कौन हैं ?
कैलाश पर्वत पर चढ़ने वाला प्रथम व्यक्ति
माना जाता है कि बौद्ध भिक्षुक योगी मिलारेपा ही वह एक मात्र व्यक्ति है जो आज तक कैलाश पर्वत की चढ़ाई कर पाएं हैं। कई लोगों ने इस पर्वत पर चढ़ाई करने की कोशिश में अपने प्राण गवा दिए है।
इस पर्वत पर और इसके आस पास के क्षेत्र में अलौकिक शक्ति निवास करती है इसीलिए साधू संत इस पर्वत पर योग साधना करते हैं। इसकी ऊंचाई 6,638 मीटर (21,778 फीट) है और यह तिब्बत में स्थित है। इस पर्वत से कई नदियाँ निकलती है जिसमे ब्रह्मपुत्र, सिन्धु मुख्य है, और कैलाश पर्वतमाला कश्मीर से भूटान तक फैली हुई है।
कैलाश पर्वत को धरती का मुख्य केंद्र माना गया है, और इस पर्वत पर शिवजी के साथ उनका पूरा परिवार निवास करता है इसीलिए यह अद्भुत शक्तियों का केंद्र हैं। कोई भी इस पर्वत अपर चढने की कोशिश करता है वह विफल ही होता है और कई तरह की अजीब सी चीजों का अनुभव भी करता है, जैसा यहाँ ॐ का आवाज आती है।
कैलाश पर्वत के पास दो सरोवर मानसरोवर झील व राक्षसताल झील। यह दोनों झीलें पवित्र मानी जाती है और अत्यधिक शुद्ध है। कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए हर साल हजारो लोग जाते हैं, इस सरोवर को हिन्दू धर्म के अलावा जैन धर्म में भी महत्वपूर्ण माना गया है।
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