अगर आप अपने दुश्मनों या कुछ ऐसे लोगो को जलाना चाहते हैं जो आपसे नफरत करते हैं या आपको नीचा दिखाने का कोई मौका नही छोड़ते हैं तो आप नीचे दी गयी शायरी को अपने WhatsApp या किसी भी अन्य सोशल मीडिया अकाउंट पर डाल सकते हैं। यहाँ नीचे आपको किसी को जलाने वाली शायरी, एटीट्यूड शायरी, दुश्मन को जलाने वाली शायरी और स्टेटस मिल जाएँगे।
किसी को जलाने वाली शायरी
अक्सर औकात की बात वही किया करते है जो कायर हमेशा झुंड में चला करते हैं।
सुन बे लोंडे हम से पंगा, और भरी महफ़िल में दंगा दोनों खतरनाक है..!!
मेरा विरोध करना आसान है पर मेरा विरोधी बनना संभव नहीं, क्योकि जब भी मैं बिखरा हूँ, लोगों की हड्डीया तोड़ के निखरा हूँ..!!
ज़िन्दगी का उसूल बना लो जलने वालो की और जला दो
हमारे हाल पे हसने वाले शोख से हँसे, हमारी राह नापना आसान नहीं, लोगो का वक़्त आता हे ध्यान रख लेना, अपना डोर आएगा हम खुद लाएंगे आप लोग देख लेना।
माना कि तुम्हे भौंकना आता है। लेकिन अगर औकात के बाहर भौंका तो याद रखियो मुझे ठोकना भी आता है.
इतना गुमान मत रखो गोरे रंग का हम दूध से ज़ादा चाय के दीवाने हैं।
अपनी तकदीर तो खुद ही लिखनी पड़ती है, चिट्ठी नहीं है जो किसी और से लिखवा ले !!
तू नया नया है बेटे मैने खेल पुराने खेले है, जिन लोगो के दम पर तू उछलता है.. वो मेरे पुराने चेले है..!!
वो लोग मुझे ज़िन्दगी जीने का, तरीका बता रहे है जिनकी औकात, मेरे Attitude के बराबर भी नहीं.
अभी ज़िन्दगी ने तुझे मोके दिए हे, खेल ले जितना खेलना हे, मेरा वक़्त आने पर बताऊंगा की खेलते कैसे है।
मेरी जान ब्लॉक तो बच्चे करते है, में तो तुम्हे खुद की शक्ल दिखाऊंगा भी और मेरी कामयाबी से जलाऊंगा भी गाली नही देता में.बस इज्जत देते देते इज्जत उतार देता हूं में.
ख़ुदा सलामत रखे उन आँखों को जिनमे आजकल हमें चुभते बहुत हैं।
Attitude होने से कुछ नही होता, Smile ऐसी दो की हर एक लड़की बोल पड़े ”जग घुमिया थारे ? जैसा ना कोई??
अगर मेरी किसी बात का तुम्हे बुरा लगे, तो ये सोचकर भूल जाना की, तुम कौन सा मेरा कुछ बिगाड़ सकते हो..!!
अपनी किस्मत खुद ही बनाओ जो किस्मत में नही है वो पाकर दिखाओ
ये वक़्त मुनासिब नहीं इसलिए में हु में, जल्द ही तुझे बताऊंगा कौन हूँ में।
मामूली शायर हे तू कुछ बड़ा कर बताने को, मेने कहा मेरे चंद शब्द ही काफी हे तेरे शहर में आग लगाने को।
चर्चाएं खास हो तो किस्से भी जरूर होते है, और उंगलियां तो इन पर ही उठती है जो पहले से मशहूर होते है.
चांद समझा वो तारा निकला एक मसीहा जो कातिल हमारा निकला और मेरे पास जिसे पहन घमंड में आए हो क्या करोगे अगर वो मेरा उतारा निकला.
इस बात से लगा लेना मेरी शक्शियत का अंदाजा वो लोग मुझे सलाम करते है जिन्हे तूम सलाम करता हो ।
हम भी नवाब है लोगो की अकड़ धुएं की तरह उड़ाकर, औकात सिगरेट की तरह छोटी कर देते है..!!