शरीर में मौजूद रक्त यानिकी खून शरीर के लिए सबसे महत्वपूर्ण तरल है। यह ऑक्सीजन को फेफड़ों से कोशिकाओ तक पहुँचाने का काम मुख्यतः करता है। इसके अलावा खून के और भी कई काम होते हैं। जैसे ग्लूकोज को शरीर के एक स्थान से दुसरे स्थान तक पहुचाना, शरीर का तापमान नियंत्रित करना, अपशिष्ट को बाहर करना, संक्रमण से रक्षा करना। रुधिर हर इन्सान के शरीर में अलग अलग समूहों में होता है इसके चार समूह है A, B, O, AB जो positive और negative होते है। आगे आप जानेंगे कि पुरुष तथा महिला के शरीर में कितना खून होना चाहिए ?
पुरुष तथा महिला के शरीर में कितना खून होना चाहिए ?
हेल्थ एक्सपर्ट पवन नायक के अनुसार एक वयस्क पुरुष/महिला के शरीर में खून की मात्रा 4 से पांच लीटर होनी चाहिए। इसके अलावा पुरुषों में हिमोग्लोबिन की मात्रा 13.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर से लेकर 17.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर होनी चाहिए। जबकि महिलाओं में यह 12.0 से लेकर 15.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर होना चाहिए, हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने वाला एक मेटल प्रोटीन है। जो रक्त में पाया जाता है शरीर में कितना खून है इसकी मदद से ही पता लगाया जाता हैं ।
गर्भवती महिला में खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा कितनी होनी चाहिए?
गर्भवती महिला के खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा औसतन 12 ग्राम प्रति डेसीलीटर होना चाहिए। लेकिन आज कल महिलाओ में हीमोग्लोबिन की मात्रा 8 ग्राम प्रति डेसीलीटर ही होता है! जो सर्जरी आदि करने पर खतरा बन सकता है। इसके अलावा एनीमिया से पेट में पल रहे बच्चे को नुकसान भी हो सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को अपने खान-पान का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा सेहत का ध्यान रखना चाहिए। यदि आप हल्का-फुल्का वाकिंग करेंगी तो भी आपकी सेहत अच्छी रहेगी।
पीरियड्स में कितना खून आना सामान्य है?
एक स्वस्थ महिला को पीरियड्स के समय 30-40 मिली(मिली लीटर) खून आना सामान्य है। विशेषज्ञों का कहना है कि पीरियड्स के समय कितना खून सामान्य है निश्चित कर पाना थोडा कठिन है।
खून की कमी के लक्षण
- बहुत कमजोरी और थकान महसूस होना
- दिल की धड़कन तेज़ होना
- त्वचा पीली पड़ना
- चक्कर आना या बेहोश होना
- साँस की तकलीफ होना
डिस्क्लेमर – यह आंकड़े विभिन्न स्त्रोतों से लिए गए हैं। सही जानकारी के लिए आपको चिकिस्तकीय सलाह लेनी चाहिए।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –
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