मानव भूगोल के जनक कौन है?

मानव भूगोल के जनक कौन है?

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By Shubham Jadhav

आइये जानते हैं कि मानव भूगोल के जनक कौन है?

मानव भूगोल के जनक कौन है?

भूगोल की कई शाखाएं है जिन मेसे एक है मानव भूगोल। मानव भूगोल के अंतर्गत मानवो की उत्त्पति से आज के मानव के पर्यावरण से सम्बन्ध का अध्ययन किया जाता है। मानव हमेशा से ही एक निश्चित समावेशन के साथ प्रकृति में निवास करता है तथा इस प्रकार के अध्ययन में मानवो में आये परिवर्तन, पारस्परिक कार्यात्मक सम्बन्धो पर भी अध्यन किया जाता है। अब विश्व स्तर पर इस प्रकार के भूगोल का अध्यन किया जाता है तथा सभी देश मिल कर इसकी शिक्षा को मजबूत करने का काम कर रहे है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अध्ययन जनसंख्या की आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक उन्नति की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस भूगोल के अंतर्गत सांस्कृतिक भूगोल, आर्थिक भूगोल, मानवविज्ञान भूगोल, ऐतिहासिक भूगोल, सामाजिक भूगोल, जनसंख्या भूगोल आदि आते है।

कार्ल रिटर को मानव भूगोल के जनक के रूप में जाना जाता है, इनका जन्म 7 अगस्त, 1779 ई॰ को जर्मनी में हुआ था तथा इनके पिताजी चिकित्सक थे पर जब कार्ल रिटर मात्र 5 साल के थे तभी उनके पिताजी की मृत्यु हो गयी थी। 1820 में उन्हें बर्लिन विश्वविद्यालय में आचार्य के पद पर नियुक्त हुए कार्ल रिटर ने 40 साल तक यही शिक्षा दी थी। यह भूगोलवेत्ता के रूप में जाने जाते हैं।

FAQs

मानव भूगोल के जनक किसे कहा जाता है?

कार्ल रिटर को मानव भूगोल के जनक कहा जाता है।

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