क्या आप जानते हैं कि मिट्टी के बर्तन में रखा पानी गर्मी में ठंडा कैसे हो जाता है? अगर नहीं तो इस आर्टिकल में आपको इसका जवाब मिल जाएगा।
मिट्टी के बर्तन में रखा पानी गर्मी में ठंडा कैसे हो जाता है?
मिट्टी के बने बर्तन जैसे मटका, सुराही आदि में गर्मी के दिनों में भी पानी ठंडा रहता है इसीलिए भारत में प्राचीन काल से ही मटके के पानी क प्रयोग किया जाता आ रहा है, यह हमें गर्मी में भी बिना किसी मेहनत और ऊर्जा के ठंडा पानी प्रदान करता है।
मिट्टी के बने बर्तनों में पानी ठंडा इसलिए होता है क्योकिं मटके में बारीक़-बारीक़ छिद्र होते हैं जिससे पानी हल्की मात्रा में बाहर आता रहता है और बाहर की गर्मी के कारण भाप बन कर उड़ता रहता है, और वाष्पीकरण की क्रिया के कारण मटके के अंदर का पानी ठंडा हो जाता है।
मटके का पानी शरीर को नुकसान भी नहीं पहुचाता है बल्कि फ्रिज का बोतल बंद पानी शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। क्योकि फ्रिज का पानी ज्यादा ठंडा होने के कारण सीधा गले पर असर डालता है और गले खराब हो सकते हैं। तथा बोतल बंद पानी कई बीमारियों का कारण होता है इसीलिए मटके का पानी बेहतर माना गया है।

FAQs
बाहरी वातावरण के कारण मटके के पानी का वाष्पीकरण होता रहता है जिस कारण पानी ठंडा रहता है।
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