इस Article में आप जानेंगे कि मृत्यु के बाद आत्मा कितने दिन धरती पर रहती है?
मृत्यु के बाद आत्मा कितने दिन धरती पर रहती है?
मृत्यु अटल सत्य है इसे नही टाला जा सकता हैं। जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित हैं। यह भगवान का निर्णय है जिसे कोई नही बदल सकता है। इस संसार में जिस किसी का भी जन्म हुआ है उसकी मृत्यु होना तय है। हिन्दू धर्म में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के बाद बहुत से धार्मिक कार्य करना जरुरी होते हैं माना जाता हैं कि आत्मा अमर है वह केवल शरीर को बदलती है जिस कारण मृत्यु होती है उसे दूसरा शरीर मिल सके इसलिए यह धार्मिक कार्यक्रम करना बहुत जरुरी है।
मृत्यु के बाद आत्मा 13 दिन धरती पर रहती है इस बारें में गरुण पुराण में विस्तृत जानकारी मिल जाती है। किसी की भी मृत्यु के बाद १३ दिन पिंड दान किया जाता हैं क्योकि गरुण पुराण में कहा गया है कि आत्मा 13 दिनों तक घर में ही भटकती रहती है जिसके बाद उसकी यमलोक की यात्रा प्रारम्भ होती है जिस यात्रा में लगभग १ वर्ष लगते हैं जो यह पिंड दान होता है उसे इस समय का भोजन माना गया है।
अगर पिंड दान न किया जाए जाए तो यमदूत भी आत्मा को कष्ट देते हैं इसीलिए पिंड दान किया जाता हैं। साथ ही कहा गया है कि आत्मा को नया शरीर मिलने में 47 दिन का समय लग जाता है। पर अगर सही से अंतिम संस्कार नहीं होता है तो आत्मा लंबे समय तक भटकती ही रहती है। मतलब आत्मा को शांति नही मिलती है।
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