परिस्थिति कितनी भी विकट क्यों ना हो हमे कभी भी हार नही माना चाहिए, जो हार मान लेते हैं वो कभी भी अपने लक्ष्यों को प्राप्त नही कर पाते हैं और जीवन में असफल रह जाते हैं। हर समस्या का हल होता हैं परन्तु उसके लिए हमे मेहनत करनी पड़ती है और निडर हो कर फैसले लेने होते हैं। अगर हम हार मान लेंगे तो इसमें हमारा ही नुकसान है समस्याओ से लड़ कर उनसे आगे निकल जाना ही जीवन है, हार कर बैठ जाना कायरों का काम है। अगर हमे ऐसा लगता है कि हम समस्या से अब नही लड़ सकते हैं तो हमे अपनों का सहयोग लेना चाहिए या फिर मनोबल बढ़ाने की कोशिश करना चाहिए। आज के इस लेख में हम लाये है हार न मानने वाली शायरी का भंडार जो आपका मनोबल बड़ा सकती हैं।
हार न मानने वाली शायरी
मंजिल उन्हीं को मिलती है,
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जिनके सपनों में जान होती है।
पंख तो यूं ही फड़फड़ाते हैं,
हौसलों से उड़ान होती है॥
हार हारने से नहीं मानने से होती है।
हार को जीत के इम्कान से बाँधे हुए रख अपनी मुश्किल किसी आसान से बाँधे हुए रख
चाहे जो कोशिश कर ले ये दुनिया तुम्हे गिराने की,
पर तुम उनकी कोशिशों को नाकामयाब करते हुए आगे बढ़ते रहना
गम के अंधेरे में दिल को बेकरार कर,
सुबह जरूर होगी थोड़ा तो इंतजार कर॥
जीत की और न हार की ज़िद है दिल को शायद क़रार की ज़िद है
तैयार कर ले खुद को,
क्योकि ये तो बस उस तपती गर्मी की भाप है,
तो तुझे अभी आगे झेलनी है |
सोच को बदलो सितारे बदल जायेंगे,
नजर को बदलो नजारे बदल जाएंगे।
कश्तियां बदलने की कोई जरुरत नहीं मेरे दोस्त,
दिशाओं को बदलो किनारे बदल जायेंगे॥
तकलीफो के आगे में कैसे हार जाऊ
मेरी तरक्की की आस में
मेरी माँ बैठी हे।
बेहतर से बेहतर की तलाश करो,
मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो।
टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से,
तोड़ से पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।
खोकर पाने का मज़ा ही कुछ और है,
रोकर मुस्कुराने का मज़ा ही कुछ और है।
हार तो जिंदगी का हिस्सा है मेरे दोस्त,
हार के बाद जीतने का मजा ही कुछ और है।
जब ये दुनिया आपको कमजोर
समझने लगे तो फिर आपका
जीतना बहुत जरुरी हो जाता हे
मंजिल तो मिल जाएगी भटकते ही सही,
गुमराह तो वो है जो घर से निकलते ही नहीं।
मिलते हैं मौके सभी को, कुछ कर जाते हैं नादानी!
जो ना समझे वो फकीर, जो पावे वह अंबानी॥
राही बहुत निकलते हैं मंज़िल की तलाश में, पर मंज़िल वही ढून्ढ पाते हैं जो मज़िल ढूंढ़ने से पहले सांस तक नहीं लेते।
जिस्म में इस जोश की आग को ठंडी न होने देना,
सफलता अगर चाहिए तो मेहनत करते रहना |
शुरुआत अगर कर दी है अपने लक्ष्य को पाने की, तो हारने का विचार मन में ना लाना,
बस उम्मीद रखना जीतने की |
कई चूनौती पार गया में
ख्वाब बड़े सफर बड़ा
रुका नहीं झुका नहीं तो
कैसे कह दू की हार गया में।
चाह रखने वाले मंजिलों को ताकते नहीं,
बढ़कर थाम लिया करते हैं।
जिनके हाथों में हो वक्त की कलम,
अपनी किस्मत खुद लिखा करते हैं॥
जब मन में ख्याल आए सब कुछ छोड़ देने का,
तो अपने सपनो को आँखों के सामने ले आना,
शायद उससे तुम्हारा हौसला बढ़ जाए |
आपकी सोच पर निर्भर करती हे
हमेशा जित और हार
मान लो तो हार होंगी और ठान
लो तो जित होंगी।
सपने और लक्ष्य में एक ही अंतर है,
सपने के लिए बिना मेहनत की नींद चाहिए,,
और लक्ष्य के लिए बिना नींद की मेहनत।
मंजिलें क्या है, रास्ता क्या है?
हौसला हो तो फासला क्या है
लाख दलदल हो पर पांव जमाए रखना,
हाथ खाली ही सही मगर उठाए रखना।
कौन कहता है छलनी में पानी नहीं रुकता,
बस बर्फ बनने तक विश्वास बनाए रखना॥
सफलता की राह पर चलने से पहले वादा करो खुद की कभी हार न मानोगे,
क्योंकि अगर हार ही माननी है तो इस राह पर चलकर तुम अपना वक़्त ही बर्बाद करोगे |
साहिल पे पहुंचने से इनकार किसे है लेकिन,
तूफ़ानो से लड़ने का मज़ा ही कुछ और है।
कहते है, कि किस्मत खुदा लिखता है लेकिन,
उसे मिटा के खुद गढ़ने का मजा ही कुछ और है।
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