यदि आप जानना चाहते हैं कि पशुपति व्रत में अगर कोई गलती हो जाए तो क्या करें? तो इस लेख को अंत तक जरुर पढ़ें।
पशुपति व्रत में अगर कोई गलती हो जाए तो क्या करें?
व्रत करने वाला व्रत करते समय कई बातों का ध्यान रखता है जिस कारण उसे इसका लाभ मिलता है। भगवान मन की श्रृद्धा को आपके परिश्रम को सबसे अच्छे से जानते हैं पर यदि किन्ही कारणों से अपने द्वारा पशुपति नाथ का व्रत टूट जाता है तो आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है, भगवान से माफ़ी मांग कर आपको अगले सोमवार को व्रत रखना चाहिए। ऐसा करने से भगवान नाराज़ भी नहीं होते हैं और आपकी श्रृद्धा का सम्मान करते हैं।
जो लोग पशुपतिनाथ का व्रत करते हैं उन पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है तथा उसकी सारी मनोकामनाएँ पूर्ण होती है। यदि आप यह व्रत करना चाहते हैं तो आपको किसी विशेष दिन या मुहर्त की जरूरत नहीं होती है। पर खास कर इस वत्र को सोमवार के दिन किया जाता है। इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।
शास्त्रों और धर्म ग्रंथो के अनुसार लगातार 5 सोमवार तक पशुपतिनाथ का व्रत करने से सारे दुखो का अंत हो जाता है, इस दिन भगवान शिव को जल चढ़ाना चाहिए तथा उनकी पूजा करना चाहिए।
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