आज आप जानेंगे कि पत्थर तराशने वाले को क्या कहते हैं?
पत्थर को तराश कर कई वस्तुएं बनाई जाती है जैसे मुर्तिया, बर्तन आदि। पत्थर को तराश कर उन पर कई प्रकार की आकृतियां भी चिन्हित की जाती है जिसे मंदिर, घर आदि जगहों पर सजावट के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। पत्थरों को तराश कर काम में लेने की प्रथा काफी पुरानी है. भारत में प्राचीन काल से ही पत्थरों पर नक्काशी की जाती है। पत्थर कई प्रकार के होते हैं और कई रंग के भी जिनका प्रयोग अधिकतर मूर्तियों के निर्माण में होता है। भारत में मूर्ति पूजा का बड़ा महत्व है इसीलिए यहा पत्थरों से बनी मूर्तियों का अत्यधिक उपयोग किया जाता है। भारत देश आदिकाल से ही कला और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध रहा है यहा हजारो साल पहले तराशे गये पत्थर भी मोजूद है और पत्थरों से बनी अनेक प्राचीन मुर्तिया भी देखने को मिल जाती है।
पत्थर तराशने वाले को क्या कहते हैं?
पत्थर तराशने वाले को स्टोन कार्वर कहते हैं। पत्थरों को कई प्रकार से प्रयोग किया जाता है उन्ही मेसे एक है उन को तराश कर उनकी आकृति को सुंदर तथा उपयोगी बनाया जाना।
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