फूल चढ़ाने के नियम

भगवान को नियम के साथ चढ़ाना और उतरना चाहिए फूल

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By Shubham Jadhav

हम भगवान को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं, उनकी पूजा अर्चना करते हैं पर कई बार हम नियमों का पालन नही करते हैं जिस कारण हमें भक्ति का पूर्ण फल नही मिल पाता है, हिन्दू धर्म में भगवान की पूजा को लेकर कई नियम है और पूजा के समय फूल चढ़ाने के नियम भी होते हैं जिनका पालन करना ज़रुरी होता है पर भक्तों को इनका पता नही होता हैं जिस कारण वो इनका पालन नही करते हैं, तो आज के इस लेख में आपको फूल चढ़ाते समय किन नियम का पालन करना है इसकी जानकारी मिल जाएगी।

फूल चढ़ाने के नियम

  • भगवान को कभी भी पुराने तथा बदबूदार फूल नही चढ़ाना चाहिए।
  • कभी भी कीड़े लगे फूलों का उपयोग नही करना चाहिए अगर फूल पर इल्ली या कुछ हो और फूल ताज़ा हो तो पुष्प पर से उस कीड़े को हटा कर ही फूल को अर्पित करना चाहिए।
  • फूल चढ़ाने के लिए तीन उंगलियां मध्यमा, अनामिका और अंगूठे का उपयोग करना चाहिए। इन उंगलियों के अलावा बाकी उंगलियों से फूल को स्पर्श नहीं करना है।

फूल उतारने के नियम

फूलों को एक पहर तक ही भगवान के ऊपर रखा जाता हैं, फूल उतारने के लिए तर्जनी उंगली और अंगूठे का उपयोग किया जाता हैं।

FAQs

भगवान को फूल चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

वक्रतुण्ड महाकाय कोटिसूर्य समप्रभ। निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।

बासी फूल चढ़ाने से क्या होता है?

बासी फूल चढ़ाने से भगवान नाराज़ हो सकते हैं।

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