Pushya Nakshatra 2022: सभी ग्रह-नक्षत्रों का राजा पुष्य नक्षत्र को कहा जाता है। पुष्य का मतलब होता है कि पोषण करने वाला। जब भी ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति में परिवर्तन होता है तो इसका प्रभाव सभी ग्रहों पर होता है जिस कारण यह सभी राशियों को भी प्रभावित करता है। हिन्दू धर्म में पुष्य नक्षत्र को बड़ा ही शुभ और सुख समृद्धि प्रदान करने वाला माना जाता है। आइयें जानते है कि पुष्य नक्षत्र कब है?
इस दिन कुछ ऐसी रहेगी ग्रहों की स्थिति-
2022 में पुष्य नक्षत्र 18 अक्टूबर को है जो सुबह 04 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा, तथा 19 अक्टूबर को सुबह 07 बजकर 11 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। इस दिन पुष्य नक्षत्र में सूर्य और शुक्र दोनों ग्रह तुला राशि में ही रहेंगे तथा बुध व सूर्य आपस में मिलकर कन्या राशि में बुधादित्य योग इस माह में बना रहे हैं। एवं इस दिन सूर्य व शुक्र के तुला राशि में होने कारण कई राशि वालो को लाभ प्राप्त होगा।
इन राशियों को होगा लाभ
इस दिन सूर्य व शुक्र के तुला राशि में होने कारण धनु, कन्या और मकर राशि वालो को कई प्रकार के लाभ प्राप्त होंगे जैसे धनु राशी वालो को व्यापार तथा अपने कार्य क्षेत्र में लाभ प्राप्त होगा और साथ ही आय वृद्धि के योग भी बन रहे हैं। कन्या राशि वालो को आकस्मिक धन लाभ होगा, और हो सकता है जिन्होंने उधार ले रखा है वो वापस भी कर दें। मकर राशि वालो को उनके कार्य क्षेत्र में काफी लाभ मिलने वाले है, अगर आप बेरिजगार है तो आपको नोकरी मिलने के संयोग बन रहे हैं।
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