हिन्दू में बहुत से पवित्र ग्रन्थ है, जिन्हें पढ़ा जाता है और उनकी पूजा तक की जाती है। ऐसा ही एक प्रमुख ग्रन्थ है रामायण जिसमे विष्णु के अवतार भगवान राम का वर्णन है। भगवान राम हिन्दू धर्म के एक प्रमुख भगवान है, जिनका नाम करोड़ो लोग प्रतिदिन लेते हैं।
रामायण किसने लिखी थी?
पंडित श्याम आप्टे ने बताया कि रामायण “आदिकवि वाल्मीकि” द्वारा लिखा गया एक धार्मिक ग्रंथ है। यह ग्रंथ वाल्मीकि जी द्वारा संस्कृत में लिखा गया था। हम सभी जनते हैं कि प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति पर वेदों और शास्त्रों का प्रभाव रहा है। यह ग्रंथ केवल हिन्दू धर्म ही नहीं अपितु सभी धर्म के लोगों के लिए एक आदर्श आचार संहिता है। रामायण मानव मात्र के कल्याण हेतु सन्मार्ग दिखाने वाला ग्रंथ माना जाता है। इससे विभिन्न प्रकार की सीख प्राप्त होती है जिसमे पितृभक्ति, आज्ञापालन, प्रतिज्ञापूर्ति, सत्यपरायणता भ्रातृप्रेम तथा पातिव्रत्य धर्म शामिल है। आइये आपको बताते हैं कि रामायण के कुल कितने भाग हैं?
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!रामायण के कुल कितने भाग हैं?
रामायण के भागों को ‘कांड’ से विभाजित किया गया है। इसमें कुल 7 काण्ड हैं। उन 7 काण्डो के नाम बालकाण्ड, अयोध्याकाण्ड, अरण्यकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, लंकाकाण्ड (युदध्काण्ड) तथा उत्तरकाण्ड है। इसमें से सबसे बड़ा अध्याय बालकाण्ड तथा सबसे छोटा किष्किन्धाकाण्ड है। रामायण के विश्लेषित रूप की बात की जाये तो यह “राम का अयन” है। जिसका मतलब “राम की यात्रा” होता है।
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