आज आप जानेंगे कि मंदोदरी के अतिरिक्त रावण की और कितनी पत्नियां थी? उनके नाम क्या-क्या थे उनकी संतानों से जुड़ी जानकारी।
रावण की कितनी पत्नियां थी?
लंका का राजा रावण बहुत ही शक्तिशाली तथा बुद्धिमान था पर अपने अहंकार के कारण उसकी मृत्यु हुई थी। उसे अपनी शक्तियों का घमंड था जिस कारण उसने शादीशुदा होने के बाद भी भगवान श्री राम की पत्नी सीता का अपहरण कर लिया था और उन्हें बंधक बना कर अपने राज्य लंका ले आया था। रावण को सभी शस्त्रों का ज्ञान था, यह महापराक्रमी योद्धा था तथा प्रकांड पंडित और राजनीतिज्ञ भी था। इसके अन्य नाम दशानन, दसकन्धर है। रावण शिव भक्त था जिसने शिव तांडव स्त्रोत की रचना की थी। रावण को संगीत का भी शोक था।
रावण की कुल तीन पत्नियाँ थी जिसमे से केवल दो के नाम ही ज्ञात है मंदोदरी और धन्यमालिनी। पर रावण की तीसरी पत्नी की सन्तानो के नाम प्रहस्था, नरांततका और देवताका ज्ञात है।
धन्यमालिनी को धन्यमालाई के नाम से भी जाना जाता है इसके पिता का नाम मायासुर था तथा धन्यमालिनी और रावण के चार पुत्र अतिकाय, नारंतक, देवांतक और त्रिशिरा थे।
रावण की पहली पत्नी मंदोदरी धन्यमालिनी की ही बहन थी पर यह मायासुर की गोद ली हुई पुत्री थी। मंदोदरी के तीन पुत्र हुए जिनका नाम मेघनाद अक्षकुमार और अतिक्य थे।
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