हिंदू धर्म में चार वेद, छ: शास्त्र, अठारह पुराण मोजुद है, जिसमे वेदों के नाम ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद है, शास्त्रों के नाम न्याय शास्त्र, वैशेषिक शास्त्र, सांख्य शास्त्र, योग शास्त्र, मीमांसा शास्त्र, वेदांत शास्त्र है। सबसे प्राचीन वेद ऋग्वेद है जो वैदिक संस्कृत भाषा में लिखा गया है, इस वेद में भारतीय इतिहास के प्राचीन समय के परिवेश की स्पष्ट जानकारी मिल जाती है। प्रारंभिक वैदिक काल के बारें में अगर जानना है तो इस वेद का प्रयोग किया जाता है, इस वेद में चरागाह, गौशाला, दुग्ध उत्पादन और पशुपालन तक ही बात लिखी गयी है। सनातन धर्म का सबसे पुराना वेद कहलाने वाले ऋग्वेद में भारतीय देवताओं जैसे अग्नि, वायु, जल, सोम आदि का वर्णन है। ऋग्वेद में भगवान इंद्र को सबसे शक्तिशाली भगवान बताया गया है। बहुदेववाद, एकेश्वरवाद, एकात्मवाद को मुख्य रूप से इस वेद में जगह दी है, इस वेद में गंगा, सरस्वती, सिन्धु नदी का उल्लेख भी है। क्या जानते हैं कि ऋग्वेद में कितने श्लोक हैं? अगर नही, तो इस आर्टिकल में आगे आपको इस सवाल का जवाब मिल जाएगा।
ऋग्वेद में कितने श्लोक हैं?
ऋग्वेद में 10 मण्डल तथा 10,580 मंत्र यानिकी श्लोक है।
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