राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ भारत देश का एक हिन्दू राष्ट्रवादी संगठन है जिसे आरएसएस के नाम से भी जाना जाता है, आरएसएस का फुल फॉर्म ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है। यह एक स्वयंसेवी संस्थान है जो देश के लोगो की सेवा करना, आपदा में मदद करना तथा सनातन संस्कृति के मूल्यों को बनाए रखने जैसे कार्य करता हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्य उद्देश्य हिन्दुओ को एक करना तथा देश के विकास को आगे बढ़ाना है। हमेशा से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश को आर्थिक तथा शारीरिक सहयोग देता आ रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल होने के लाभ भी है जिनके बारें में आगे इस लेख में बताया गया है।
आरएसएस का इतिहास (History Of RSS)
हेडगेवार जी नें नागपुर में 27 सितम्बर 1925 को विजयादशमी के दिन आरएसएस की स्थापना की थी, इस समय इनके साथ केवल कुछ ही युवा थे। इसके बाद इन्होने प्रतिदिन शाखा लगाना प्रारम्भ किया, शाखा में प्रार्थना, खेल जैसी गतिविधियाँ होती थी जो आज भी होती है। समय के साथ यह संघठन पुरे विश्व में फैलने लगा और आज हर शहर में इस संघठन के कार्यकर्ता उपस्थित है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!यह भी पढ़े 👇👇👇👇
आरएसएस (RSS) कैसे ज्वाइन करें?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल होने के लाभ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओ को स्वयंसेवक कहा जाता है, तथा यह हर समय देश और देश के नागरिको की सहायता के लिए उपस्थित रहते हैं। और प्रतिदिन शाखा में जाते हैं जिससे इनका मानसिक तथा शारीरिक विकास होता है क्योकि शाखा में प्रार्थना, खेल जैसी गतिविधियाँ होती है। इसके अलावा देश और धर्म के लिए काम करने का मौका भी मिलता है, कई तरह के लोगो से मिलते का मौका भी मिलता है जो कई वर्षो से देश की सेवा कर रहे है और उनके अनुभवो को सुनने का मौका भी मिलता है। हिन्दू धर्म से जुड़ी कई जानकरिया भी संघ के कार्यकर्ताओ के पास होती है जिसे भी सुनने और प्रचार करने का मौका मिलता है। नए मित्र बनाने में आसानी होती है और बातचीत से आत्मविश्वास में बढोत्तरी होती हैं।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –