हिन्दू धर्म में वास्तु के अनुसार कार्य किये जाते है क्योकि ऐसा करने से आपके सारे कार्य सफलता पूर्वक सम्पन्न होते है ओर भगवान की कृपा भी आप पर बनी रहती है। हर शुभ कार्यो को वास्तु के अनुसार किया जाता है। वास्तु के अनुसार कार्य करने से आपके जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है। हिन्दू धर्म में हर कार्य के लिए समय निर्धारित किया गया है ताकि आपके जीवन में सुख सम्रद्धि बनी रहे पर इतने व्यस्त जीवन में अधिकतर लोग इनका पालन नही करते है। जीवन को सुखमय बनाने के लिए हिन्दू धर्म में पूजन करने की परम्परा बरसों से चली आ रही है। हिन्दू धर्म में यह मानना है कि पूजन करने से भगवान प्रसन्न होते हैं। और वास्तु का पालन करने से जीवन में सुख शांति बनी रहती है। आगे इस लेख में हम जानेंगे कि वास्तु के अनुसार शौच करते समय मुख किस दिशा में होना चाहिए?
शौच करते समय मुख किस दिशा में होना चाहिए
शौच करते वक़्त इंसान का मुख दक्षिण या पश्चिम दिशा में होना चाहिए। शौचालय बन वाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए की जब हम शौच करे तो हमारा मुंह दक्षिण या पश्चिम दिशा में हो, इस बात का ध्यान रख कर ही बाथरूम का निर्माण करना चाहिए।
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