आज के इस लेख में आप शिक्षा का उद्देश्य क्या है? इस प्रश्न का उत्तर जानेंगे।
शिक्षा का उद्देश्य
शिक्षा का अर्थ है कि सीखना, जानना, अनुभव लेना अथवा ज्ञान प्राप्त करना, शिक्षा जो जीवन में एक अच्छा और सफल इंसान बनाती है। शिक्षा के द्वारा केवल ज्ञान अर्जित नही होता है इससे एक उत्तम चरित्र का निर्माण भी होता है। जर्मन शिक्षाशास्त्री हरबार्ट के अनुसार- अच्छे नैतिक चरित्र का विकास ही शिक्षा है।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!अगर शिक्षा के उद्देश्यों की बात की जाए तो शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्रप्त करना या ज्ञान देना नही है बल्कि शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य बालक बालिकाओ के चरित्र का विकास करना है।
शिक्षा के तीन अंग हैं –
(1) शिक्षक,
(2) बालक तथा
(3) पाठ्यक्रम।
बिना शिक्षा के उज्ज्वल भविष्य की कल्पना करना सम्भव नही है, कहा जाता है कि भारत में हर युग में शिक्षा का अलग-अलग महत्व रहा है। शिक्षा ही एक मात्र राह है जो मानवता को जीवित रख सकती है बिना शिक्षा ये समाज अँधेरे से घिर जाएगा जहा केवल अवगुण होंगे।
शिक्षा में वो शक्ति है जो इंसानों को उसके लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक है, आज तक जो भी सफल हुआ है उसका कारण केवल शिक्षा ही रही है। विकास और आधुनिक युग की शुरुवात शिक्षा के कारण ही सम्भव हो सकी है।
शिक्षा मुख्य के उद्देश्य
- ज्ञान और संस्कृति
- चरित्र-निर्माण
- व्यवसाय और रोजगार
- जीने की कला सीखना
- व्यक्तित्व विकास
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –