“शिव पुराण” जैसे नाम से ही विदित हैं, इस धार्मिक ग्रंथ में शिव महिमा का वर्णन है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शिव पुराण का पाठ करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। व्यक्ति के समस्त प्रकार के कष्ट और पाप नष्ट हो जाते है जिससे वह सुखी और निरोगी जीवन व्यतीत करता है और अंत में उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। आगे जानेंगे कि शिव पुराण कथा कितने दिन की होती है?
शिव पुराण कथा कितने दिन की होती है?
शिव महापुराण में 11 खंड हैं। विद्देश्वर, रुद्र, शतरुद्री, कोटिरुद्री, उमा, कैलाश और वायु नामक सात सहिताएं शिव महापुराण में वर्णित है। शिव महापुराण में कुल 24 हज़ार श्लोक हैं जो स्वयं भगवान शंकर द्वारा आख्यायित है। चूँकि शिव महापुराण में सात सहिताएं हैं इसलिए इसका पाठन सात दिनों तक करना चाहिए। श्रावण का महीना भगवान शंकर का प्रिय हैं इसलिए शिव महापुराण का पाठ श्रावण मास में अधिक फल दायक हैं। इसके अलावा आप कभी इसका पाठ करना चाहे, तो आप किसी भी सोमवार से शिव महापुराण का पाठ करना शुरू कर सकते हैं।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!कुछ और महत्वपूर्ण लेख –