आज का प्रश्न हैं कि तीन गुण कौन से हैं?
तीन गुण कौन से हैं?
मुख्य तीन गुण होते हैं जो व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करते हैं, यह तीन गुण हैं सतोगुण, रजोगुण और तमोगुण। यह गुण मनुष्य के विचारो पर आधारित होते हैं जैसे कि जिस व्यक्ति में सतोगुण होता है वह सात्विक विचारों वाला होता है, जिस व्यक्ति में रजो गुण होता है इसकी प्रवृत्ति विलासी होती है तथा जिस व्यक्ति में तमो गुण होते हैं वह तामसी विचारो वाला होता है।
इन गुणों में भगवान का वाश होता है रजोगुण में ब्रह्मा जी, सतोगुण में विष्णु जी तथा तमो गुण में शिव जी होते हैं, भगवान शिव सृष्टि का संहार करते हैं इसके लिए इनका सम्बन्ध तमो गुण से हैं। कहा जाता है कि यह तीन गुण हमारी चेतना की तीन अवस्थाओं जागृत अवस्था, सुप्तावस्था और स्वप्नावस्था से भी संबंधित हैं। सतोगुण की अधिकता होने पर मन प्रफुल्लित रहता है, और वह अधिक सजग तथा बोधपूर्ण भी होता है। तथा रजोगुण की अधिकता में मन उत्तेजित रहता है, मन के विचार तथा वासनाएँ भी बढ़ जाती हैं। और मन शांत नहीं रहता तथा बहुत कुछ करने का मन हो सकता है। जिस कारण के बार अत्यधिक सुख और कई बार अत्यधिक दुःख महसूस होता है। तमोगुण में मन सुस्त, आसली और भ्रम में रहता है। श्रीमद भगवदगीता के अनुसार यह सब निर्धारित किया गया है तथा इन गुणों के बारे ने श्रीमद भगवदगीता में पढ़ने के लिए मिल जाएगा।
जिस तरह पशुओ में किसी भी तरह की अधिकता नहीं होती है वह न अधिक खाते हैं न ही अधिक वासना रखते हैं। उन्हें एक संतुलन होता है, पर इन गुणों के कारण मानव का मन असंतुलित हो जाता है। इन गुणों को भोजन तथा वातावरण प्रभावित करते हैं।
सात्विक भोजन में कम मसाले वाले तथा बिना प्याज, लहसुन वाले भोजन शामिल हैं, तथा राजसिक प्रवृत्ति वाले लोग तीखा, मिर्च-मसाले वाला, तेज नमकीन या अधिक मीठा भोजन पसंद करते हैं, तामसिक प्रवृत्ति वाले लोग मांस मदिरा, बासी भोजन, अधिक मसाले वाला तीखा भोजन करते हैं। इसके लिए ही सत्व गुण अच्छाई, शांति, सामंजस्यपूर्ण, राजस गुण जुनून, गतिविधि, आंदोलन, और तमस गुण अज्ञान, जड़ता, आलस्य का प्रतीक है।
FAQs
सतोगुण, रजोगुण और तमोगुण।
तामसिक भोजन को बनाने में प्याज , लहसुन, तंबाकू, मांस, शराब आदि का प्रयोग किया जाता है।
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