विद्या यानि कि ज्ञान एक ऐसी संपत्ति है जिसे आपसे कोई नहीं चुरा सकता। केवल यही एक धन है जिसे जितना बांटो उतना ज्यादा बढ़ता ही जाता है। प्राचीन समय से ही भारत एक ऐसा देश रहा है जहां ज्ञान को अत्यधिक महत्व दिया जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में भारत पश्चिमी देशों से कहीं अधिक संपन्न था। विश्व की सबसे प्राचीन यूनिवर्सिटी नालंदा में विदेशों से भी छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते थे। यह कहना भी उचित होगा कि विद्या की देवी शुरू से ही भारत पर अपनी कृपा बनाये हुए हैं। लेकिन Vidya Ki Devi Kaun Hai – विद्या की देवी कौन है? चलिए हम आपको बता देते हैं।
Vidya Ki Devi Kaun Hai
माता सरस्वती को विद्या की देवी कहा जाता है। इनकी उपासना से मुर्ख भी विद्वान बन सकता है। इन्हें साहित्य, कला, संगीत और बुद्धि की देवी भी कहा जाता है। यह भी मान्यता है कि इनकी आराधना करने से अभी सिद्धियां प्राप्त होती हैं व इनके आशीर्वाद से समस्त संशय समाप्त हो जाते हैं।
माता सरस्वती के अन्य नाम
माता सरस्वती को वीणावादिनी, वागेश्वरी, भगवती, ब्राह्मणी, हमंसवाहिनी, ब्रह्मचारिणी, वरदायनी आदि अनेक नामों से जाना जाता है। इन्हें शिवानुजा यानि शिव की छोटी बहन भी कहा जाता है।
सरस्वती वंदना
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1॥
शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्।
हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्॥2॥
अर्थात : जो विद्या की देवी भगवती सरस्वती कुन्द के फूल, चंद्रमा, हिमराशि और मोती के हार की तरह धवल वर्ण की हैं और जो श्वेत वस्त्र धारण करती हैं, जिनके हाथ में वीणा-दण्ड शोभायमान है, जिन्होंने श्वेत कमलों पर आसन ग्रहण किया है तथा ब्रह्मा, विष्णु एवं शंकर आदि देवताओं द्वारा जो सदा पूजित हैं, वही संपूर्ण जड़ता और अज्ञान को दूर कर देने वाली माँ सरस्वती हमारी रक्षा करें॥1॥
शुक्लवर्ण वाली, संपूर्ण चराचर जगत् में व्याप्त, आदिशक्ति, परब्रह्म के विषय में किए गए विचार एवं चिंतन के सार रूप परम उत्कर्ष को धारण करने वाली, सभी भयों से भयदान देने वाली, अज्ञान के अँधेरे को मिटाने वाली, हाथों में वीणा, पुस्तक और स्फटिक की माला धारण करने वाली और पद्मासन पर विराजमान् बुद्धि प्रदान करने वाली, सर्वोच्च ऐश्वर्य से अलंकृत, भगवती शारदा (सरस्वती देवी) की मैं वंदना करता हूँ॥2॥
FAQs
विद्या यानि ज्ञान की देवी माँ सरस्वती हैं। इनके बारे में अधिक जानकारी हेतु ऊपर पढ़ें।
देवी सरस्वती के हाथों में वीणा है। इसे ज्ञानवीणा भी कहा जाता है। इस वीणा की धुन संसार में फैले अज्ञान के अँधेरे को मिटा देती है। माँ सरस्वती को वीणावादिनी भी कहा जाता है।
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