यह मंदिर १८वी सदी में बनाया गया था। जो पत्थर कारीगरी को बहुत अच्छे दर्शाता है। इसे नागौर शिल्प का एक बहुत अच्छा उदाहरण माना जाता है।
सिंधिया घाट के पास स्थित यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है इस मंदिर में 9 ग्रहो के 9 मंदिर मौजूद है ।
इस मंदिर में उपस्थित काल भैरव जी को “वाराणसी के कोतवाल” कहा जाता है। यह मंदिर विशेसरगंज में हेड पोस्ट ऑफिस के पास बना हुआ है।
यह मंदिर काल भैरव मंदिर के पास ही स्तिथ है। ऐसी मान्यता हे की इस मंदिर के पानी से सभी रोग दूर हो जाते है।
महात्मा गांधी ने 1936 में इस मंदिर का उद्घाटन किया और संगमरमर से भारत माता का मानचित्र यहां पर बनाया गया है ।