धन बहुत जरुरी है पर अगर आप धर्म को छोड़ दोगे तो धन भी आपके किसी काम का नहीं रहेगा । बिना धर्म के आपको समाज में सम्मान नहीं मिलेगा। आपका धन आपको सम्मान नहीं दिला सकता है।
स्वाभिमान के लिए अपने धन को गवा देने में कोई हर्ज नहीं है। धन तो पुनः कामय जा सकता है परंतु स्वाभिमान कमाना बड़ा मुश्किल होता है।
सबसे ज्यादा जीवन में यदि कोई आपका साथ देता है तो वो है मित्र। सच्चे मित्र की कोई कीमत नहीं होते है वो अनमोल होता है। अपनी मित्रता को कभी भी पेसो के तराजू में नहीं तोलना चाहिए ।