चाणक्य नीति: जीवन साथी को चुनते समय इन बातों का ध्यान रखें
चाणक्य ने जीवन साथी को चुनने के सन्दर्भ में एक श्लोक प्रस्तुत किया है जिसमे यह बताया गया है कि साथी को चुनते समय किन किन बातो का ध्यान रखना चाहिए।
वरयेत् कुलजां प्राज्ञो विरूपामपि कन्यकाम्। रूपशीलां न नीचस्य विवाह: सदृशे कुले।।
खूबसूरती से ज्यादा मन की सुन्दरता है जरुरी
चाणक्य कहते है कि व्यक्ति का चेहरा कितना भी सुंदर क्यों ना हो उससे विवाह करने से पहले उसके चरित्र को जानना जरुरी होता है।
धेर्यवान होना चाहियें
जीवन साथी का धेर्यवान होना बहुत जरुरी अगर वह धेर्यवान है तो वह किसी भी परिस्तिथि में सही निर्णय लेने की क्षमता रखता है ।
गुस्सा करने वाला नही होना चाहिए
यदि आप ऐसे इंसान को अपना जीवन साथी चुन रहे हैं जो अत्यधिक गुस्सा करता है तो ऐसा करना आगे आपके जीवन में काफी समस्या पैदा कर सकता है।
ऐसी ही और चाणक्य नीतियों को पढ़ने के लिए Swipe up करें