चाणक्य के सुविचार : जो आपको जीवन में सफल बनने में मदद करेंगे

दुख भोगने वाला आगे चलकर सुखी हो सकता है, लेकिन दुख देने वाला  कभी सुखी नहीं हो सकता।

संतुलित दिमाग जैसी कोई  सादगी नहीं है, संतोष जैसा कोई सुख नहीं है, लोभ जैसी कोई बीमारी नहीं है, और दया जैसा कोई पुण्य नहीं है।

व्यक्ति अपने गुणों से ऊपर उठता है, ऊचे स्थान पर बैठ जाने से ही  उच्च नहीं हो सकता।

तुलसी को कभी वृक्ष न समझे,  गाय को कभी पशु न समझे, और माता पिता को कभी मनुष्य न समझे , क्योंकि ये तीनों तो साक्षात भगवान का रूप है।

जो व्यक्ति अपनी गलतियों के लिए अपने आप से लड़ता है, उसको कोई नहीं हरा सकता।

नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है, इतिहास गवाह है कि आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं  पडे।

जिंदगी की रेस में जो लोग आपको दौड़कर नहीं हरा पाते हैं, वही आपको तोड़कर हराने की कोशिश करते हैं।

जीवन की हर सुबह कुछ शर्तें लेकर आती है, और जीवन की हर शाम कुछ अनुभव देकर जाती है।

चाणक्य नीति की यह 10 बातें आपको सफल बना देगी पढने के लिए Swipe Up करे