चाणक्य के सुविचार : जो आपको जीवन में सफल बनने में मदद करेंगे
संतुलित दिमाग जैसी कोई सादगी नहीं है, संतोष जैसा कोई सुख नहीं है, लोभ जैसी कोई बीमारी नहीं है, और दया जैसा कोई पुण्य नहीं है।
तुलसी को कभी वृक्ष न समझे, गाय को कभी पशु न समझे, और माता पिता को कभी मनुष्य न समझे , क्योंकि ये तीनों तो साक्षात भगवान का रूप है।