चाणक्य नीति - इन लोगो के लिए धरती ही स्वर्ग है
आचार्य चाणक्य बहुत ही बुद्धिमान तथा अनुभवी थे वह लगभग कर परिस्थिति के लिए नीतियाँ साझा करने में सक्षम थे। आज भी उनकी यह नीतियाँ कारगर साबित होती है।
हर किसी की इच्छा होती है कि उसे स्वर्ग प्राप्त हो और हर प्रकार की ख़ुशी मिले। आज हम जानेंगे कि चाणक्य ने किस प्रकार के लोगो के लिए इस धरती को ही स्वर्ग कहा है।
जिनकी है आज्ञाकारी सन्तान
चाणक्य का कहना है कि जिसकी सन्तान आज्ञाकारी होती है तथा हमेशा अपने माता पिता का सम्मान करती है और हमेशा उनकी सेवा करती है ऐसे अभिभावकों के लिए धरती पर ही स्वर्ग होता है।
सहयोगी जीवनसाथी
जिस किसी का जीवनसाथी हमेशा उसकी मदद करता है, उसकी समस्याओ को अपना समझ कर सहयोग करता हैं, विपत्ति के समय छाया की तरह साथ रहता है उसके लिए यह धरती ही स्वर्ग है।
संतोष
जिस व्यक्ति में संतोष होता है वह हमेशा खुश रहता है क्योकि इच्छाए कभी भी खत्म नही होती है। लोभ लालच से दूर रहने वाला इन्सान तथा कभी संतोष न खोने वाले व्यक्ति के लिए यह धरती ही स्वर्ग हैं।