जानिए क्यों मनाई जाती है नागपंचमी

हिन्दू धर्म में देवताओं के अतिरिक्त पेड़, पशु, पक्षियों और ग्रहों की भी पूजा की जाती है।

सावन माह बहुत ही शुभ माह माना जाता है इसी माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है।

वर्ष 2022 में 13 अगस्त, शुक्रवार के दिन नाग पंचमी है।

एक बार की बात है जब एक किसान अपने खेत में हल जोत रहा था तभी गलती से उसके द्वारा सांप के कुछ बच्चे मर जाते है जिस कारण उन बच्चो के माता पिता नाराज़ हो जाते है और बदला लेने की भावना से उस किसान के घर में जा कर उसके पुरे परिवार को मारने की कोशिश करते है

और किसी तरह उस किसान और उसकी पत्नी को मरने के बाद जब वे उस किसान की लडकी की और बड़ते है तो यह देख वह उन नाग के जोड़ो का गुस्सा कम कने के लिए उनसे क्षमा मांगती है और उनकी पूजा कर उन्हें दूध चढ़ाती है

यह देख नागो का जोड़ा उससे प्रसन्न हो कर उसके परिवार को पुनः जीवित कर देते है और उसकी लड़की से वर मांगने के लिए कहते है तभी से इस दिन नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है।

दूसरी कथा यह है की जब समुद्र मंथन में विष निकला था जिसे भगवान शिव ने अपने कंठ में धारण कर लिया था उसी समय अनेक सर्पो ने इस कार्य में उनकी सहायता की थी तभी से पंचमी पर नागो की पूजा करने की परम्परा है।

तीसरी कथा यह है की सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी पर भगवान विष्णु ने शेषनाग को अपना वाहन मन लिया था तभी से इस दिन नाग पंची मनाई जाती है।

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