आलस कभी भी किसी को सफल नहीं होने देता हैं, यह जीवन को बर्बाद कर देता है और मनुष्य को जब तक पता लगता है कि उसने काफी समय केवल आलस में ही व्यर्थ कर दिया है, जब तक काफी देर हो जाती है और उसके पास केवल पछताने के अलावा कुछ और नहीं रह जाता है, इसीलिए हर किसी को आसल को त्याग कर सुबह जल्दी उठने की आदत डालना चाहिए तथा अपने समय का सही उपयोग करना चाहिए। ऐसा नहीं हैं कि केवल जल्दी उठ जाने मात्र से ही सफलता मिल जाती है, सुबह जल्दी उठने का फायदा जब ही होता है तब आप मिले हुए समय का सदुपयोग करते हैं, कई लोग ऐसे भी होते हैं जो जल्दी उठ कर मोबाइल चलाने लगते हैं, TV, Games में अपना समय देने लगते हैं। यदि आप भी सुबह जल्दी नहीं उठा पाते हैं और सोच रहें हैं कि सुबह जल्दी उठने के लिए क्या करें? तो आपको कुछ उपायों को आजमाना चाहिए, नीचे दिए गये उपाय आपको जल्दी उठाने में मदद कर सकते हैं।
सुबह जल्दी उठने के लिए क्या करें?
अलार्म घड़ी या मोबाइल को दूर रखें
हर कोई जल्दी उठने के लिए या समय पर उठने के अलार्म का उपयोग करता है, पर जब भी हम अलार्म सेट करते हैं तो हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अलार्म घड़ी या मोबाइल को दूर रखें और यह दूरी इतनी होनी चाहिए कि अलार्म को बंद करने के लिए पंलग से उठने की आवश्यकता पड़े, क्योकि यदि व्यक्ति अलार्म को अपने पास रखता है तो उठने के बजाय अलार्म को बंद कर फिर से सोने लगता है, पर यदि अलार्म दूरी पर होगा तो एक बार उठने के बाद इस बात की सम्भावना कम को जाएगी कि व्यक्ति फिर से सोने लगे।

समय पर सोएं
हर व्यक्ति को कम से कम 8 घंटे की नींद की जरूरत होती है, यदि वह पूरी आठ घंटे की नींद नहीं लेता है तो सुबह जल्दी उठने में उसे समस्या आती है और वह समय से उठने में विफल ही जाता है। इसीलिए जल्दी उठने के लिए सबसे ज्यादा आवश्यक है कि समय पर सोया जाएँ। अपनी दिनचर्या को ऐसा बनाएं कि आप पूरी नींद ले सके और समय पर सुबह जल्दी उठने में आपको आलस महसूस न हो, यदि आप देर रात को सोते हैं तो निश्चित ही आपकी नींद सुबह जल्दी नहीं खुलेगी।

मोबाइल का उपयोग
हर किसी की आदत सी हो गयी है कि रात को लेट नाईट तक मोबाइल का उपयोग करते हैं जिस कारण समय पर सो नहीं पाते हैं और सुबह जल्दी नहीं उठ पाते हैं। मोबाइल ,टीवी, कंप्यूटर का उपयोग रात के समय बिलकुल भी न करें क्योकि इनकी स्क्रीन से Blue light निकलती है जिससे नींद प्रभावित होती है और देर रात तक नींद नहीं आती है, इसीलिए विशेषज्ञों का कहना है कि सोने के समय के 1 घंटे पहले ही screen को टाटा बाय बाय कर दें या तो किताबे पढ़ें, घुमने निकल जाएँ, अपनों के साथ समय बिताए, ऑनलाइन फ्रेंड्स से बात करने की जगह आप पास मौजूद परिवार वालो से बात करने का विकल्प चुने।

रात को न पियें चाय-कॉफ़ी
कभी भी रात को चाय या कॉफ़ी नहीं पीना चाहिए क्योकि इनमे केफीन होता है जो मस्तिष्क को सर्तक रहने और नींद को भगाने का संकेत देता है। जिस कारण नींद उड़ सी जाती है और फिर सुबह उठने में समस्या आती है, इसीलिए सोते समय या सोने से कुछ समय पहले भी चाय और कॉफ़ी का सेवन न करें। चाय दुनिया का सबसे लोकप्रिय पेय है और कई लोगों को इसकी लत है, अत्यधिक चाय का सेवन चिंता, अनिद्रा, अवसाद, कब्ज का कारण बन सकता है।

कमरे का तापमान सही रखे
जब हम सोते हैं तो हमें तापमान का भी ध्यान रखने की जरूरत होती क्योकि यह भी नींद की गुणवता पर प्रभाव डाल सकता है, यदि आप सोते समय 20 से 22 डिग्री के बीच तापमान रखेंगे तो आपको एक अच्छी नींद का अनुभव मिलेगा और आप सुबह समय पर भी उठ सकेंगे। यदि कमरे का तापमान बहुत अधिक गर्म है, तो हमारे शरीर का मुख्य तापमान बढ़ जाता है, जिससे असुविधा और बेचैनी होती है नींद आने में समस्या आती हैं।

एक्सरसाइज और संतुलित भोजन
रात के समय हल्का भोजन करना चाहिए क्योकि भारी और असंतुलित भोजन नींद की गुणवता को बिगाड़ता है, इससे आपको ज्यादा नींद भी आ सकती है या फिर नींद आने में परेशानी हो सकती है और आपका जागने का मन कर सकता है। अगर आपकी दिनचर्या में एक्सरसाइज नहीं है तो आपको जल्दी उठने के लिए एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में जोड़ना होगा, एक्सरसाइज करने से आप स्वस्थ भी रहते हैं और आपको समय पर सोने की जरूरत भी महसूस होती है।

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