[2023] मुंबई में बाढ़ की तस्वीरें देख पगली शायरी का एक्सक्लूज़िव कलेक्शन


शायरी पढ़ना, बनाना लोगो को सुनना बहुत से लोगो का शौक होता है। आज कल हर तरह की शायरी जैसे दुःख भरी शायरी, बारिश पर शायरी, प्यार पर शायरी, माँ बाप पर शायरी आदि आपको इन्टरनेट पर मिल जाती है पर पुराने समय में लोग शायरियों को डायरी में लिखा करते थें और शायरी पढ़ने के लिए शायरी की किताबे खरीदा करते थे। लोग अपनी प्रेमिका को इम्प्रेस करने के लिए भी शायरी का इस्तेमाल करते हैं। शायरी सुनाने के लिए बहुत से लोग मंच का सहारा भी लेते है और बहुत सी जगह शायरी से सम्बन्धित प्र्तियोगियाए भी आयोजित होती है जहा लोग अपने द्वारा लिखी गयी शायरी को सूना कर पुरस्कार भी प्राप्त करते हैं। आज की इस पोस्ट में मुंबई में बाढ़ की तस्वीरें देख पगली शायरी लेकर आये हैं।

मुंबई में बाढ़ की तस्वीरें देख पगली शायरी

  • मुंबई में बाढ़ की तस्वीरें देख पगली, तेरे बिना मेरा भी यही हाल होगा। जब बिछड़ कर दूर जाएगी तू, आखों से निकला सैलाब होगा।
  • बरिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है, किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है, फिजा भी सर्द है यादें भी ताज़ा हैं यह मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है।
  • अब बारिश में तेरे संग नहाना है सपना ये मेरा कितना सुहाना है बारिश की बूंदे जो गिरे तेरे होठो पे उन्हें अपने होठो से उठाना है।
  • सूरज नाराज हो गया है जबसे शहर में आया हूँ, मुंबई के मेरे फ्लैट पर रौशनी नहीं पड़ती है।
  • ये समुन्दर की लहरें दिलों को जोड़ती है, तो ये मुंबई हजारों ख्वाहिशों को तोड़ती हैं।
  • पगली !! तेरी आँखों में इश्क भी है और मोहब्बत भी है, तभी तो हम कभी महकते भी हैं और कभी बहकते भी हैं।
  • सुन पगली दहशत गोली से नही दिमाग से होती है, और दिमाग तो हमारा बचपन से ही #खराब है।
  • कितने सुहाने वो दिन थे जब तेरे साथ मैं हम जीने मरने की कसमें खाया करते थे, तेरे ही लिए सपने संजोया करते थे.. अब तो बस दिल में सूखा पड़ा है और आँखों से बाढ़ बह रही है।
  • सुन पगली मुझे उल्टे इश्क़ की तलाश है जो शुरू नफ़रत से हो और खत्म प्यार पे।
  • पगली कोई वादा नहीं फिर भी प्यार है, जुदाई के बावजूद, भी तुझपे अधिकार है, तेरे चेहरे की उदासी दे रही है गवाही, मुझसे मिलने को तू भी बेक़रार है।
  • ना हीरोंइन की तमन्ना है,.. और ना परियों पे मरता हूँ वो एक “पगली ” सी लडकी हे जिसे मैं मोहब्बत करता हूँ !
  • सुन पगली..!! बात कहने का अंदाज़ भी खूबसूरत होना चाहिए.. ताकि आपको जवाब भी खूबसूरत ही मिले !
  • अरे पगली मे तो तुझे तब से चाहता हूँ, जब से तू स्कुल में दों चोटीया बांध कर आती थी !
  • हम ख़ास तो नहीं मगर बारिश की उन कतरों की तरह अनमोल हैं, जो मिट्टी में समां जायें तो फिर कभी नहीं मिला करते।
  • जाने वाले ये तो बता कर जाता कि क्या कमी रह गई थी मेरे प्यार में? ऐसा क्या था जो मुझमें नहीं और था तेरे उस मुंबई वाले यार में? रोक रखे हैं वो तो आंसू मैंने, वरना तुम दोनों ही बह जाते इन आंसुओं की बाढ़ में …
  • ए बारिश ज़रा थम के बरस, जब मेरा यार आ जाये तो जम के बरस, पहले न बरस की वो आ ना सके, फिर इतना बरस की वो जा ना सके।
  • याद तेरी जो आएगी, आँखों से नदियाँ बह जाएंगी… न थामे जो ये अश्क़ तो सारी दुनिया बह जाएगी।
  • बहुत दिनों से थी ये आसमान की साजिश, आज पूरी हुई उनकी ख्वाहिश, भीग लो अपनों को याद कर के, मुबारक हो आपको साल की ये पहली बारिश।
  • बारिश में हम पानी बनकर बरस जायेंगे, पतझड़ में भी फूल बनकर बिखर जायेंगे, क्या हुआ जो हम आपको सताते हैं, कभी आप इन लम्हो ले लिए भी तरस जायेंगे।
  • ऐ बारिश मेरे अपनो को यह पैगाम देना, खुशियों का दिन हँसी की शाम देना, जब कोई पढे प्यार से मेरे इस पैगाम को, तो उन को चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान देना।
  • उधर उठेगी तेरी डोली, इधर उठेगी मेरी अर्थी… आँखें यूं नम होंगी सबकी की मुंबई में क्या, पुरे इंडिया में बाढ़ आ जाएगी।
  • बारिशों में बेवजह भी भीग जाना चाहिए, मेरे अजीज यारो, हर मौसम का लुत्फ उठाना चाहिए।
  • आज मौसम कितना खुश गवार हो गया, खत्म सभी का इंतज़ार हो गया, बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से, लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया।
  • मुझे ऐसा ही ज़िन्दगी का एक पल चाहिए, प्यार से भरी बारिश और संग तू चाहिए।
  • न रोटी है, न कपड़ा है, न रोजगार मिलता है, झूठे दिलासे देता हुआ हर सरकार मिलता है, ना बरसे जो पानी तो सूखा पड़ जाता है, और हो जाएँ बरसात तो फिर बाढ़ मिलता है।
  • पानी का सैलाब जब बाढ़ बनकर आता है, गरीबों के घाव को नासूर बनाकर जाता है.
  • महलों से तो बारिश बड़ा सुहाना लगता है, झोपड़ी से देखो तो बड़ा ही डरावना लगता हैंं ।
  • कुदरत की बेबसी में फंस गया इंसान, कही बाढ़, कही सूखे में मर गया इंसान।
  • उसकी पुरानी तस्वीरों ने, यादों की बाढ़ ला दी।
  • मुंबई में बाढ़ की तस्वीरें देख, पगली मैंने शायरी तेरे लिए बनायी है… जबसे तू साथ नहीं है मेरे, हर लम्हा मैंने आँखों से नदियाँ बहाई हैं।

निष्कर्ष:

शायरियों का शौक हर किसी को होता है। कोई सुनकर खुश होता है तो किसी को पढ़ना पसंद आता है और कुछ ऐसे भी हैं जो स्वयं शायरियां लिखते हैं। ऐसी ही कुछ शायरियां आप यहां भी पढ़ सकते हैं। आज अपने इस लेख में पढ़ी मुंबई में बाढ़ की तस्वीरें देख पगली शायरी। आपको यह अच्छी लगी तो कमेंट में जरूर बताइयेगा।

कुछ और महत्वपूर्ण लेख –

1Shares

Leave a Comment