श्री कृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार है। इनका जन्म द्वापर युग में हुआ था, तभी से इन्हें पुरे विश्व में पूजा जाता है। श्री कृष्ण हिन्दू धर्म में सबसे ज्यादा पूज्यनीय देवताओं मेसे है, इनके करोड़ो भक्त प्रतिदिन इनकी पूजा आराधना करते हैं। श्रीमद्भागवत और महाभारत में भगवान कृष्ण का चरित्र विस्तृत रूप से लिखा गया है। यह बचपन में बहुत ही नटखट थे तथा माखन चुराना, रास लीला, गोवर्धन लीला इनकी मुख्य लीलाएँ रही है। इन्होने ही महाभारत के समय अर्जुन को धर्म का ज्ञान दिया था तथा अर्जुन के सारथी बने थे, श्री कृष्ण एक बार यदि किसी के सारथी बन जाएँ तो वह जीवन में कभी नहीं हारता है। इनका रंग काला था जिस कारण ही इन्हें कृष्ण कहा जाता है। राधा और कृष्ण के बीच अत्यधिक प्रेम था इसलिए आज भी कृष्ण के नाम के आगे राधा का नाम जोड़ा जाता है और माना जाता है कि इनके नाम का जाप करने से सारे दुःख दर्द खत्म हो जाते हैं। अगर आप भगवान श्री कृष्ण पर शायरी की तलाश कर रहें हैं तो आपको इस लेख में कई श्री कृष्णा पर शायरी इन हिंदी (Krishna Shayari In Hindi), राधा कृष्ण शायरी, Qoutes, Messages मिल जाएँगे।
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श्री कृष्णा पर शायरी इन हिंदी – Krishna Shayari In Hindi
कृष्ण की प्रेम बाँसुरिया सुन भई वो प्रेम दिवानी, जब-जब कान्हा मुरली बजाएँ दौड़ी आये राधा रानी।
“राधा” के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग “राधा” का लेते नाम हैं।
कान्हा हरदम मेरे साथ है फिर क्या कमी है, विरह में नहीं, प्रेम की वजह से आखों में नमी है।
श्याम की बंसी जब भी बजी है, राधा के मन में प्रीत जगी है।
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता, तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता।
प्यार मे कितनी बाधा देखी, फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी”..!!
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था, दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था।
पाने को ही प्रेम कहे जग की ये है रीत, प्रेम का अर्थ समझायेगी राधा-कृष्णा की प्रीत।
मन की आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है, मेरा तो हर दिन प्रिय मोहन त्यौहार हो जाता है।
एक तरफ साँवले कृष्ण, दूसरी तरफ राधिका गोरी जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी
श्री राधा जहाँ-जहां श्री कृष्ण वहाँ-वहाँ है, जो हृदय में बस जाएँ वो बिछड़ता कहाँ है।
Krishna Shayari in Hindi
संसार के लोगो की आशा न किया करना, जब भी मन विचलित हो तो राधा-कृष्ण नाम लिया करना।
ए जन्नत अपनी औकात में रहना हम तेरी जन्नत के मोहताज नही हम श्री बांकेबिहारी के चरणों में रहते है वहां तेरी भी कोई औकात नही
नन्दलाल की मोहनी सूरत दिल में बसा रखे हैं, अपने जीवन को उन्ही की भक्ति में लगा रखे हैं, एक बार बाँसुरी की मधुर तान सुनादे कान्हा, हम एक छोटी सी आस लगा रखे हैं।
फूलो में सज रहे है श्री वृंदावन बिहारी और साथ सज रही है वृषभानु की दुलारी टेड़ा सा मुकुट रखा है कैसे सर पर करुणा बरस रही है करुणा भरी निगाह से बिन मोल बीक गयी हु जबसे छबि निहारी फूंलों मे सज रहे है श्री वृंदावन बिहारी
राधा की चाहत हैं कृष्ण, उसके दिल की विरासत हैं कृष्ण, चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण दुनिया तो फिर भी यही कहती हैं राधे कृष्ण राधे कृष्ण।
बांके बिहारी का नाम लो सहारा मिलेगा, ये जीवन न तुमको दुबारा मिलेगा, डूब रही अगर कश्ती मझधार में, कृष्णा के नाम से सहारा मिलेगा।
जिस पर राधा को मान हैं जिस पर राधा को गुमान हैं यह वही कृष्ण हैं जो राधा के दिल हर जगह विराजमान हैं
कृष्णा कन्हैया बंसी बजैया पार लगा दो हमारी नैया, दुविधा में हैं हमारा जीवन कर दो निर्मल पावन ये मन, तेरे ही चरणों में हमने किया है अब तो खुद का समर्पण, तू ही तो है अब तो बस इस डूबती नैया का खेवैया।
Krishna Bhakti Shayari in Hindi
प्रेम से कृष्णा का नाम जपो दिल की हर इच्छा पूरी होगी कृष्ण आराधना में इतना लीन हो जाओ उनकी महिमा, जीवन खुशहाल कर देगी
सुनो कान्हा तुम Five Star की तरह दिखते हो Munch की तरह शरमाते हो Cadbury की तरह जब तुम मुस्कुराते हो Kit Kat की कसम तूम बहुत सुंदर नजर आते हो
छोड़ा सबका दामन हठयोग में तुम्हारे मेरी साँसे उखड़ रही वियोग में तुम्हारे लौट आओ मोहन किस बात पे अड़े हो मूर्त बनकर बस मंदिर में क्यों खड़े हो
कोई प्यार करे तो राधा-कृष्ण की तरह करे जो एक बार मिले, तो फिर कभी बिछड़े हीं नहीं
बाजार के रंगो में रंगने की मुझे जरुरत नही मेरे कान्हा की याद आते ही ये चेहरा गुलाबी हो जाता है
गोकुल में जो करें निवास गोपियों संग जो रचाएँ रास देवकी-यशोदा हैं जिनकी मैया ऐसे ही हमारे कृष्ण कन्हैया
पांडवो सी विवशता आएगी .. तो हिस्से में कृष्ण भी आएंगे
पलकें झुकें और नमन हो जाए, मस्तक झुके और बंदन हो जाए, ऐसी नजर कहाँ से लाऊँ मेरे कान्हा कि आपको याद करूँ और दर्शन हो जाए.
माखन चुराकर जिसने खाया बंसी बजाकर जिसने नचाया ख़ुशी मनाओ उनके जन्म दिन की जिन्होंने दुनिया को प्रेम का रास्ता दिखाया
कितना भी धन-दौलत पा लो पर भूख नहीं मिटटी तृष्णा की, उसको जीवन का सारा धन मिल जाता है जो भक्ति करें राधा के कृष्णा की.
दरबार हजारों देखे है, पर ऐसा कोई दरबार नहीं, जिस गुलशन में तेरा नूर न हो, ऐसा तो कोई गुलजार नहीं।
krishna ji shayari
प्रभु खोजने से नहीं मिलते… उसमें “खो – जाने” से मिलते है…! !! जय श्री कृष्णा !!
बड़ी बरकत है तेरे इश्क़ में कान्हा, जब से हुआ है कोई और दूसरा दर्द ही नहीं भाता!
राधा की कृपा, कृष्णा की कृपा, जिस पर हो जाए भगवान को पाए, मौज उड़ाए, सब सुख पाए
सुनो कान्हा, जिस पल कोई आस न हो, उस पल भी तुझसे आस बाकि हो ! मुझमे तेरी एक साँस बाकि हो !
गाय का माखन, यशोधा का दुलार, ब्रह्माण्ड के सितारे कन्हैया का श्रृंगार, सावन की बारिश और भादों की बहार, नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार।
हर शाम किसी के लिए सुहानी नही होती, हर प्यार के पीछे कोई कहानी नही होती, कुछ तो असर होता हैं दो आत्मा के मेल का, वरना गोरी राधा, सावले कान्हा की दीवानी ना होती।
कृष्ण भक्ति की छाव में दुखो को भुलाओ, सब प्रेम भक्ति से हरि गुण गाओ।
Radha Krishna Shayari In Hindi
श्रीकृष्ण ज़िनका नाम है, गोकुल ज़िनका धाम है ! ऐसे श्रीकृष्ण को मेरा, बारम्बार प्रणाम है !
राधा कहती है दुनियावालों से तुम्हारे और मेरे प्यार में बस इतना अंतर है प्यार में पड़कर तुमने अपना सबकुछ खो दिया और मैंने खुद को खोकर सबकुछ पा लिया
राधा राधा जपने से हो जायेगा तेरा उद्धार, क्योंकि यह वही नाम है जिससे श्री कृष्ण को है प्यार।
सुध-बुध खो रही राधा रानी इंतजार अब सहा न जाएँ कोई कह दो सावरे से वो जल्दी राधा के पास आएँ
मेरे दिल को बना कर ” Teddy ” अपने दिल से लगा लो ना तुम मेरे श्याम रख लो महफूज यादो की माफिक दिल से मुझे अपना लो ना तुम
दिल तुमसे लगा बैठे है, प्रेम की राह पर सपने सजाएं बैठे है, हर किसी ने तोड़े है सपने हमारे, एक तू ही है कन्हैया जिससे हर उम्मीद लगाए बैठे है।
हे कान्हा, तुम संग बीते वक़्त का मैं कोई हिसाब नहीं रखती मैं बस लम्हे जीती हूँ, इसके आगे कोई ख्वाब नहीं रखती।
kanha shayari
ग़जब की मोहब्बत है वो, जिसमे साथ रहने की कोई उम्मीद ना हो, फिर भी प्यार बेशुमार हो!
रख लूँ नजर मे चेहरा तेरा, दिन रात इसी पे मरती रहूँ.. जब तक ये सांसे चलती रहे, मे तुझसे मोहब्बत करती रहूँ.. !!…मेरे कान्हा मेरी दुनिया…!!
दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं, कैसे कहें कि तुमसे प्यार नहीं, कुछ तो कसूर है आपकी आँखों का कन्हैया, हम अकेले तो गुनाहगार नहीं।
krishna shayari in hindi
जब सुकून ना मिले दिखावे की बस्ती में तब खो जाना मेरे श्याम की मस्ती में।
पाने को ही प्रेम कहे, जग की ये है रीत.. प्रेम का सही अर्थ समझायेगी राधा-कृष्णा की प्रीत। बहुत खूबसूरत है मेरे ख्यालों की दुनिया, बस कृष्ण से शुरू और कृष्ण पर ही खत्म।
राधा के हृदय में श्याम, राधा की साँसों में श्याम, राधा में ही हैं श्याम, इसीलिए दुनिया कहती हैं, बोलो श्याम श्याम श्याम।
ख़्वाहिश बस इतनी सी..चाहिए एक छोटा सा पल, और साथ सिर्फ तुम सिर्फ तुम!
कृष्णा के कदमो पे कदम बढाते चलो, अब मुरली नही तो सीटी बजाते चलो राधा तो घर वाले दिलाएंगे ही, मगर तब तक गोपियाँ पटाते चलो।
krishna shayri
राधा ने किसी और की तरफ देखा हीं नही, जब से वो कृष्ण के प्यार में खो गई कान्हा के प्यार में पड़कर, वो खुद प्यार की परिभाषा हो गई।
पता नहीं कैसे परखता है, मेरा कृष्ण मुझे, इम्तेहान भी मुश्किल ही लेता है, और फेल भी होने नहीं देता।
krishna shayari in hindi
प्रेम का परिचय शादी होती तो रुक्मणि के जगह राधा होती ।।
नसीब में कुछ रिश्ते अधूरे ही लिखे होते हैं लेकिन उनकी यादें बहुत खूबसूरत होती है।
में भी अधूरा हु तेरे नाम के बिना जैसे अधूरी है राधा शाम के बिना ।।
जो दौड़ कर भी ना मिला वो संसार का तृष्ण है, जो बिना दौर के प्रेम मिल जाये वो राधा का कृष्ण है
जीवन भावनाओं से चलता है, पर हम भावनाओं में भी कारणों को ढूंढने की कोशिश करते हैं…!!
राधा-राधा जपने से हो जाएगा तेरा उद्धार, क्योंकि यही वही वो नाम हैं जिससे कृष्ण को हैं प्यार।
उन्होंने नस देखि हमारी और बीमार लिख दिया… रोग हमने पूछा तो वृंदावन से प्यार लिख दिया… कर्जदार रहेगे उम्र भर हम उस वैद के जिसने दवा में… “श्री राधे कृष्ण” नाम लिख दिया…
कन्हैया बस तेरी रहमत पर नाज करते है, इन आंखो को जब तेरा दीदार हो जाता है, मेरा तो हर दिन सांवरे त्योहार हो जाता है।
krishna bhagwan ki shayari
राधे तुम अगर जानना चाहते हो मेरे दिल में कौन है तो पहला लफ्ज़ दोबारा पढ़ लो।
संघर्ष के समय को नजदीक नहीं आता..और सफलता के बाद किसी को आमंत्रित नहीं करना पड़ता..!
रूप रंग ही अगर प्रेम का आधार होता तो जिसे कभी देखा ही नहीं उससे कैसे प्रेम होता।
सुन्दर से भी अधिक सुंदर है तु, लोग तो पत्थर पूजते है, मेरी तो पूजा है तु, पूछे जो मुझसे कौन है तु ? हँसकर कहता हुँ, जिंदगी हुँ मैं और साँस है तु…
मुझे रिश्तों की लम्बी कतारों से क्या मतलब कोई दिल से हो मेरा, तो एक कृष्ण ही काफ़ी हैं।
राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम है, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है। रंग बदलती दूनियाँ देखी देखा जग व्यवहार, दिल टूटा तब मन को भाया ठाकुर तेरा दरबार राधे राधे
मेरे दिल की दीवारों पर श्याम तुम्हारी छवि हो, मेरे नैनो की पलकों में कान्हा तस्वीर तेरी हो, बस और न मांगू तुझसे मेरे गिरधर… तुझे हर पल देखू मेरे कन्हैया ऐसी तकदीर हो….
यशोदा के दुलारे राधिका का प्यार हैं मोहन हमारे साथ खेलें जो हमारे यार हैं मोहन
तेरे सीने से लग कर तेरी धङकन बन जाऊँ तेरी साँसो मेँ घुल कर खुशबू बन जाऊँ हो न फासला कोई हम दोनो के दरम्याँ मैँ …मैँ न रहुँ साँवरे.. बस तुँ ही तुँ बन जाऊँ
shree krishna shayari
राधा मुरली-तान सुनावें, छीनि लियो मुरली कान्हा से, कान्हा मंद-मंद मुस्कावें, राधा ने धुन, प्रेम की छेड़ी, कृष्ण को तान पे,नाच नचावें.. *जय श्री राधेकृष्णा…
प्यार में ना जाने कितनी बाधा देखी, फिर भी कृष्ण के साथ हरदम राधा देखी।
वो राधा की तरह है साथ मेरे ख़यालों में वो मेरी रुक्मणी है
श्याम तेरे मिलने का सत्संग ही बहाना है, दुनिया वाले क्या जाने ये रिश्ता पुराना है।
चारों तरफ फैल रही हैं, इनके प्यार की खुशबू थोड़ी-थोड़ी कितनी प्यारी लग रही हैं, साँवरे-गोरी की यह जोड़ी।।
पल एक नहीं लगता है गगरी को आधा होने में कि बिगड़ जाती हैं बातें भी अक्सर ज़्यादा होने में
krishna shayari in hindi
वृंदावन की हवा, जरा अपना रुख हमारी तरफ भी मोड दे, इस वीरान दिल मे राधा नाम की मस्ती छोड दे… उड़ जाये माया की मिट्टी और दीदार हो सांवरे का, ऐसी प्रीत हमारी राधा नाम से जोड़ दे… जय श्री राधे…
प्यार सबको आजमाता हैं, सोलह हज़ार एक सौ आठ रानियों से मिलने वाला श्याम, एक राधा को तरस जाता हैं।
प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती हैं राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती हैं
मुझको मालूम नहीं अगला जन्म हैं की नहीं, ये जन्म प्यार में गुजरे ये दुआ मांगी हैं, और कुछ मुझे जमाने से मिले या ना मिले, ए मेरे कान्हा तेरी मोहब्बत ही सदा मांगी हैं।
राम सीता कृष्ण राधा सच यही प्रेम बाक़ी जो सुना था झूठ है
मधुवन में भले ही कान्हा किसी गोपी से मिले, मन में तो राधा के ही प्रेम के फूल खिले।
दे के दर्शन कर दो पूरी प्रभु मेरे मन की तृष्णा कब तक तेरी राह निहारूं, अब तो आओ कृष्णा।
हर पल आंखों में पानी हैं क्योंकि चाहत में रुहानी हैं मैं हूँ तुझसे, तू हैं मुझसे, अपनी बस यही कहानी हैं।
प्यार में कैसी थकन कह के ये घर से निकली कृष्ण की खोज में वृषभानु-लली मीलों तक
krishna shayari in hindi
कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा, पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा।
पीर लिखो तो मीरा जैसी मिलन लिखो कुछ राधा सा दोनों ही है कुछ पूरे से दोनों में ही वो कुछ आधा सा जय श्री कृष्णा
प्यार दो आत्माओं का मिलन होता हैं, ठीक वैसे हीं जैसे प्यार में कृष्ण का नाम राधा और राधा का नाम कृष्ण होता हैं।
बड़ा मीठा नशा है कृष्ण की याद का वक्त गुजरता गया और हम आदि होते गए। ।।जय राधे कृष्णा।।
देखू मेरे माधव की आँखे, या करूँ आँखे चार, दर पर उसके शीश नमाऊं या निहारु वारंवार।
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आएंगे, एक बार आ गए तो कभी नहीं जायेंगे।