भगवान् श्री विष्णु के आठवे अवतार श्री कृष्ण का जन्म द्वापर युग में हुआ था और इन्हें आज भी पुरे विश्व में पूजा जाता है। मुरली मनोहर की अत्यंत रमणीय लीलाओं की कथाएं सुनकर आज भी करोड़ों भक्तों का दिल ख़ुशी से झूम उठता है। इनका चरित्र आप विस्तार से श्रीमद्भागवत और महाभारत में पढ़ सकते हैं। श्री कृष्ण ने ही महाभारत के समय अर्जुन को गीता का वो ज्ञान दिया जिसे पढ़कर आज भी आप अपनी समस्याओं का हल जान सकते हैं। आज हम इन्हीं मनमोहन की कुछ शायरियां अपने पाठकों के लिए लेकर आये हैं। जिनमें आपको राधा कृष्णा की शायरियां 100+ Best And Latest Krishna Shayari in Hindi भी मिल जाएँगी और साथ ही श्री कृष्णा पर हिंदी में शायरियां आपका दिल छू लेंगी।
श्री कृष्ण पर शायरी | 100+ Krishna Shayari in Hindi
कान्हा हरदम मेरे साथ है फिर क्या कमी है,
विरह में नहीं, प्रेम की वजह से आखों में नमी है।
श्याम की बंसी जब भी बजी है,
राधा के मन में प्रीत जगी है।
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता,
तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता।
प्यार मे कितनी बाधा देखी,
फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी”..!!
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था,
दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था।
पाने को ही प्रेम कहे जग की ये है रीत,
प्रेम का अर्थ समझायेगी राधा-कृष्णा की प्रीत।
मन की आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है,
मेरा तो हर दिन प्रिय मोहन त्यौहार हो जाता है।
एक तरफ साँवले कृष्ण, दूसरी तरफ राधिका गोरी
जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी
श्री राधा जहाँ-जहां श्री कृष्ण वहाँ-वहाँ है,
जो हृदय में बस जाएँ वो बिछड़ता कहाँ है।
संसार के लोगो की आशा न किया करना,
जब भी मन विचलित हो तो राधा-कृष्ण नाम लिया करना।
Shri Krishna Shayari in Hindi
ए जन्नत अपनी औकात में रहना
हम तेरी जन्नत के मोहताज नही
हम श्री बांकेबिहारी के चरणों में रहते है
वहां तेरी भी कोई औकात नही
नन्दलाल की मोहनी सूरत दिल में बसा रखे हैं,
अपने जीवन को उन्ही की भक्ति में लगा रखे हैं,
एक बार बाँसुरी की मधुर तान सुनादे कान्हा,
हम एक छोटी सी आस लगा रखे हैं।
कृष्ण की प्रेम बाँसुरिया सुन भई वो प्रेम दिवानी,
जब-जब कान्हा मुरली बजाएँ दौड़ी आये राधा रानी।
“राधा” के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं,
कान्हा से पहले लोग “राधा” का लेते नाम हैं।
फूलो में सज रहे है श्री वृंदावन बिहारी
और साथ सज रही है वृषभानु की दुलारी
टेड़ा सा मुकुट रखा है कैसे सर पर
करुणा बरस रही है करुणा भरी निगाह से
बिन मोल बीक गयी हु जबसे छबि निहारी
फूंलों मे सज रहे है श्री वृंदावन बिहारी
राधा की चाहत हैं कृष्ण,
उसके दिल की विरासत हैं कृष्ण,
चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण
दुनिया तो फिर भी यही कहती हैं
राधे कृष्ण राधे कृष्ण।
बांके बिहारी का नाम लो सहारा मिलेगा,
ये जीवन न तुमको दुबारा मिलेगा,
डूब रही अगर कश्ती मझधार में,
कृष्णा के नाम से सहारा मिलेगा।
जिस पर राधा को मान हैं
जिस पर राधा को गुमान हैं
यह वही कृष्ण हैं जो राधा
के दिल हर जगह विराजमान हैं
कृष्णा कन्हैया बंसी बजैया पार लगा दो हमारी नैया,
दुविधा में हैं हमारा जीवन कर दो निर्मल पावन ये मन,
तेरे ही चरणों में हमने किया है अब तो खुद का समर्पण,
तू ही तो है अब तो बस इस डूबती नैया का खेवैया।
प्रेम से कृष्णा का नाम जपो
दिल की हर इच्छा पूरी होगी
कृष्ण आराधना में इतना लीन हो जाओ
उनकी महिमा, जीवन खुशहाल कर देगी
सुनो कान्हा तुम
Five Star की तरह दिखते हो
Munch की तरह शरमाते हो
Cadbury की तरह जब तुम मुस्कुराते हो
Kit Kat की कसम
तूम बहुत सुंदर नजर आते हो
छोड़ा सबका दामन हठयोग में तुम्हारे
मेरी साँसे उखड़ रही वियोग में तुम्हारे
लौट आओ मोहन किस बात पे अड़े हो
मूर्त बनकर बस मंदिर में क्यों खड़े हो
कोई प्यार करे तो राधा-कृष्ण की तरह करे
जो एक बार मिले, तो फिर कभी बिछड़े हीं नहीं
बाजार के रंगो में रंगने की मुझे जरुरत नही
मेरे कान्हा की याद आते ही ये चेहरा गुलाबी हो जाता है
गोकुल में जो करें निवास
गोपियों संग जो रचाएँ रास
देवकी-यशोदा हैं जिनकी मैया
ऐसे ही हमारे कृष्ण कन्हैया
पांडवो सी विवशता आएगी ..
तो हिस्से में कृष्ण भी आएंगे
पलकें झुकें और नमन हो जाए,
मस्तक झुके और बंदन हो जाए,
ऐसी नजर कहाँ से लाऊँ मेरे कान्हा
कि आपको याद करूँ और दर्शन हो जाए.
माखन चुराकर जिसने खाया
बंसी बजाकर जिसने नचाया
ख़ुशी मनाओ उनके जन्म दिन की
जिन्होंने दुनिया को प्रेम का रास्ता दिखाया
कितना भी धन-दौलत पा लो
पर भूख नहीं मिटटी तृष्णा की,
उसको जीवन का सारा धन मिल जाता है
जो भक्ति करें राधा के कृष्णा की.
दरबार हजारों देखे है,
पर ऐसा कोई दरबार नहीं,
जिस गुलशन में तेरा नूर न हो,
ऐसा तो कोई गुलजार नहीं।
प्रभु खोजने से नहीं मिलते…
उसमें “खो – जाने” से मिलते है…!
!! जय श्री कृष्णा !!
बड़ी बरकत है तेरे इश्क़ में कान्हा,
जब से हुआ है कोई और दूसरा दर्द ही नहीं भाता!
राधा की कृपा, कृष्णा की कृपा, जिस पर हो जाए
भगवान को पाए, मौज उड़ाए, सब सुख पाए
सुनो कान्हा,
जिस पल कोई आस न हो,
उस पल भी तुझसे आस बाकि हो !
मुझमे तेरी एक साँस बाकि हो !
गाय का माखन, यशोधा का दुलार,
ब्रह्माण्ड के सितारे कन्हैया का श्रृंगार,
सावन की बारिश और भादों की बहार,
नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार।
हर शाम किसी के लिए सुहानी नही होती,
हर प्यार के पीछे कोई कहानी नही होती,
कुछ तो असर होता हैं दो आत्मा के मेल का,
वरना गोरी राधा, सावले कान्हा की दीवानी ना होती।
कृष्ण भक्ति की छाव में दुखो को भुलाओ,
सब प्रेम भक्ति से हरि गुण गाओ।
श्रीकृष्ण ज़िनका नाम है, गोकुल ज़िनका धाम है !
ऐसे श्रीकृष्ण को मेरा, बारम्बार प्रणाम है !
राधा कहती है दुनियावालों से
तुम्हारे और मेरे प्यार में बस इतना अंतर है
प्यार में पड़कर तुमने अपना सबकुछ खो दिया
और मैंने खुद को खोकर सबकुछ पा लिया
राधा राधा जपने से हो जायेगा तेरा उद्धार,
क्योंकि यह वही नाम है जिससे श्री कृष्ण को है प्यार।
सुध-बुध खो रही राधा रानी
इंतजार अब सहा न जाएँ
कोई कह दो सावरे से
वो जल्दी राधा के पास आएँ
मेरे दिल को बना कर ” Teddy ”
अपने दिल से लगा लो ना तुम
मेरे श्याम
रख लो महफूज यादो की माफिक
दिल से मुझे अपना लो ना तुम
दिल तुमसे लगा बैठे है,
प्रेम की राह पर सपने सजाएं बैठे है,
हर किसी ने तोड़े है सपने हमारे,
एक तू ही है कन्हैया जिससे हर उम्मीद लगाए बैठे है।
हे कान्हा, तुम संग बीते वक़्त का
मैं कोई हिसाब नहीं रखती
मैं बस लम्हे जीती हूँ,
इसके आगे कोई ख्वाब नहीं रखती।
ग़जब की मोहब्बत है वो, जिसमे साथ रहने की कोई उम्मीद ना हो,
फिर भी प्यार बेशुमार हो!
रख लूँ नजर मे चेहरा तेरा,
दिन रात इसी पे मरती रहूँ..
जब तक ये सांसे चलती रहे,
मे तुझसे मोहब्बत करती रहूँ..
!!…मेरे कान्हा मेरी दुनिया…!!
दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं,
कैसे कहें कि तुमसे प्यार नहीं,
कुछ तो कसूर है आपकी आँखों का कन्हैया,
हम अकेले तो गुनाहगार नहीं।
जब सुकून ना मिले दिखावे की बस्ती में
तब खो जाना मेरे श्याम की मस्ती में।
पाने को ही प्रेम कहे,
जग की ये है रीत..
प्रेम का सही अर्थ समझायेगी
राधा-कृष्णा की प्रीत।
बहुत खूबसूरत है मेरे ख्यालों की दुनिया,
बस कृष्ण से शुरू और कृष्ण पर ही खत्म।
राधा के हृदय में श्याम,
राधा की साँसों में श्याम,
राधा में ही हैं श्याम,
इसीलिए दुनिया कहती हैं,
बोलो श्याम श्याम श्याम।
ख़्वाहिश बस इतनी सी..चाहिए एक छोटा सा पल,
और साथ सिर्फ तुम सिर्फ तुम!
कृष्णा के कदमो पे कदम बढाते चलो,
अब मुरली नही तो सीटी बजाते चलो
राधा तो घर वाले दिलाएंगे ही,
मगर तब तक गोपियाँ पटाते चलो।
राधा ने किसी और की तरफ देखा हीं नही,
जब से वो कृष्ण के प्यार में खो गई
कान्हा के प्यार में पड़कर,
वो खुद प्यार की परिभाषा हो गई।
पता नहीं कैसे परखता है,
मेरा कृष्ण मुझे,
इम्तेहान भी मुश्किल ही लेता है,
और फेल भी होने नहीं देता।
प्रेम का परिचय शादी होती तो
रुक्मणि के जगह राधा होती ।।
नसीब में कुछ रिश्ते अधूरे ही लिखे होते हैं
लेकिन उनकी यादें बहुत खूबसूरत होती है।
में भी अधूरा हु तेरे नाम के बिना
जैसे अधूरी है राधा शाम के बिना ।।
जो दौड़ कर भी ना मिला वो संसार का तृष्ण है,
जो बिना दौर के प्रेम मिल जाये वो राधा का कृष्ण है
जीवन भावनाओं से चलता है,
पर हम भावनाओं में भी
कारणों को ढूंढने की कोशिश करते हैं…!!
राधा-राधा जपने से हो जाएगा तेरा उद्धार,
क्योंकि यही वही वो नाम हैं
जिससे कृष्ण को हैं प्यार।
FAQs
श्री कृष्ण विष्णु जी के आठवे अवतार थे।
कुछ और महत्वपूर्ण लेख –
अति सुन्दर, श्री कृष्ण पर बहुत बढ़िया शायरियां लिखी हैं।
-साक्षी