पैसे उधारी पर शायरी


बहुत सी बार हमारे दोस्त या परिचित हमसे पैसे उधार लेते हैं और फिर देने का नाम नही लेते हैं या फिर हमारी दूकान पर से उधार सामान खरीद कर ले जाते हैं, वह समझते हैं हमारे पास बहुत सारा पैसा है और हमे पैसे की क्या ही जरूरत है, पर वह यह नही जानते हैं की हमने उनकी जरूरत के समय मदद की है हमारे पास कोई पैसो का पेड़ नही है की हमे पैसो की कीमत नही है। पर क्या करें जिनको हम पैसे देते हैं वो इस बात को समझते नही है और हमे हमारे पैसो के लिए उनके सामने हाथ फेलाने पड़ते है। अगर आपके परिवार में ऐसे लोग है या फिर आपका कोई दोस्तों आपके पैसे नही लोटा रहे है तो आप यहाँ नीचे दी गयी पैसे उधारी पर शायरी के द्वारा उस तक एक संदेश पहुचा सकते हैं या उसे ताना मार सकते हैं।

पैसे उधारी पर शायरी

प्यार गया, पैसा गया
और गया व्यापार,
दर्शन दुर्लभ हो गए
जब से दिया उधार।

तुम्हारे पास आने वाला जो ग्राहक होता है, उसका सम्मान करो, वही लक्ष्मी का वाहक होता है।

पैसे का भी गज़ब खेल है
अमीर काे गिला नहीं हाेने देता है
गरीब काे सूखने नहीं देता ।

पैसो के बिना कुछ नहीं होता हे ये
बात सही हे
मगर इंसान को बिकते हुए देखा हे
चंद कुछ रुपियो के लिए।

दोस्तों को उतने पैसे ही उधार दो,
जितना पैसा भूल जाने की ताकत हो।

मुनाफें को हर कोई चुनता है, मगर ग्राहक की कोई नही सुनता है।

नाम की दोस्ती काम की यारी
उधारी की दोस्ती फूटी किस्मत हमारी

udhar Quotes
udhar Quotes
यादाश्त सिर्फ हादसे के
बाद नहीं जाती है,
कुछ लोगों से पैसे उधार लेने
के बाद भी चली जाती हैं।

अच्छे और सच्चे रिश्ते
न तो खरीदे जा सकते हैं,
न उधार लिए जा सकते हैं…!
इसलिए उन लोगों को जरुर महत्व दें,
जो आपको महत्व देते हैं…!!

उधार लेने के बाद
आदमी “विक्रम लेंडर” हो जाता है,
रहता तो पृथ्वी की कक्षा में ही है
पर संपर्क टूट जाता है।

यदि आप ग्राहक को खुश करने का हुनर सीख गये तो आपका व्यापार आसमान की बुलंदियों को छुएगा।

दोस्ती में उसे उधार दिया
वापस मांगते-मांगते सिर भी चकरा गया

उधारी पर Funny Quote
उधारी पर Funny Quote
तुम ही हो मेरे आँखों के तारे,
तुम ही हो मेरे जीने के सहारे,
बहुत परेशान हूँ मैं मेरे यार
उधारी के पैसे चुका दो सारे।

पैसा बड़े कमाल की चीज हैं,
अगर आपको किसी से परेशानी हैं,
तो उसे उधार दे दीजिये
फिर वो आपसे कभी नहीं मिलेगा।

वह भी क्या खूबसूरत समय था,
जब सुबह-शाम आता था फोन,
थोड़े से पैसे क्या उधार दे दिए
तब से बंद आ रहा है उनका फोन।

कितने कमाल की होती है ये दोस्ती भी
उधार होता है लेकिन बोझ नहीं होता

हमे नहीं आता दुसरो की तरह अमीर बनना
वरना पैसे कमाना इतना भी
मुश्किल नहीं था।

क्या खूब निभाई तूने दोस्ती
उधार लेने के बाद बना दिया मैदान-ए-कुश्ती

यहाँ लोग सभी एक जैसे हैं।
पूछो न हमसे कि कैसे हैं।
मुस्कुरायेंगे सब साथ आपके
पास आपके जब तक पैसे हैं।

प्यार और उधार उन्हीं को दो,
जिनसे वापसी की उम्मीद हो।

हम ग्राहक नहीं रिश्ते बनाते हैं। इसीलिए तो हमारे ग्राहक हमारे पास दोबारा आते है।

कहो उसी से जो ना कहे किसी से
उधार दो उसी को जो लौटा दे समय

मत पूछ मेरा कारोबार क्या है, 
मोहब्बत की दुकान चला रहा हूँ , 
नफरतों के बाज़ार में।

अकड़ वाजिब हे साहेब इंसान की
पैसा आने पर तो बटुआ भी
फूल जाता हे।

जब हमारे पास ना पैसे थे ना
ही हमसे कुछ पूछने वाले लोग।
और अब आज ही देख लो
हमारे पास पैसे भी है
और हमारी खातिर करने वाले लोग भी।

ऊपर ले जा सकता पैसा इंसान को
मगर इंसान पैसे को कभी ऊपर
नहीं ले जा सकता।

इंसान एक दुकान हैं और जुबान उसका ताला, ताला खुलता हैं तभी मालूम होता हैं, कि दुकान सोने की हैं या कोयले की।

दुनिया आपकी औकात देखती हे
जब जेब में पैसे हो तो
और जब जेब में पैसे न हो तो
दुनिया अपनी औकात दिखाती हे।

उधारी पर स्टेटस

वक्त ही सिखाता है,
रिश्तें और अपनों की
कदर करना !!

अपने नए उद्यम पर बधाई; अपना खुद का व्यवसाय खोलना निश्चित रूप से सही निशाना है।

मह़क जिन्दगी की चुरा लेगी
ये पैसों की चाहत तेरी एक दिन

दोस्त, पैसे नहीं दिल से बड़े होना चाहिए
मुसीबत में सबके लिए खड़े होना चाहिए।

व्यापार समय के साथ बदलता रहता हैं, उस बदलाव के लिए खुद को हमेशा तैयार रखें।

बहुत कमा लिया सबने पैसा पर उस
पैसो का क्या मोल हे
जब अपना प्यार और अपने रिश्ते
अपनों से दूर हे।

मैंने सुना है… !!
पैसा इंसान को ऊपर ले जा सकता है
लेकिन इंसान पैसा ऊपर नही ले जा सकता

उधार दीजिए मगर सोच समझकर
अपने ही पैसे भिखारी बनकर मांगने पड़ते हैं
और अगला सेठ बनकर तारीख पर तारीख देता है
बात कड़वी जरूर है पर सच्ची है

पैसे ही सब कुछ है
ये वही कहता है… !!
जिसने पैसो बिना
लाचारी देखी हो…|

लोग पूछते हे कैसा हे अगर पैसा हे तो
छोड़ो इन मतलबी लोगो को
इनका स्वभाव ही ऐसा हे।

udhari shayari
उधारी पर स्टेटस
कभी पैसे उधार मांग कर देखो जनाब
क्या पता तुम्हारी कीमत पैसों से कम निकले।

क्या घमंड करना पिता के पैसो पर
मजा तो तब आता हे जब पैसा
अपना हो और पिता घमंड करे।

पैसो से दूर भागना
उतनी ही मूर्खता है… !!
जितनी कि पैसो
के पीछे भागना…

कुछ और महत्वपूर्ण लेख –

0Shares

Leave a Comment