वास्तु के अनुसार कभी भी पूजा घर में माचिस नहीं रखनी चाहिए। क्या आप जानते है कि पूजा घर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए? अगर आपको नहीं पता तो इस लेख में आपको इसका उत्तर अवश्य मिल जाएगा।
पूजा घर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए?
जहाँ मंदिर होता है वो जगह बहुत ही पवित्र होती है उसी प्रकार पूजा घर में जहां भगवान की पूजा की जाती है उस जगह को भी बहुत ही पवित्र माना जाता है, वह स्थान वास्तव में अत्यधिक पवित्र होता है जहाँ ईश्वर निवास करते हैं। पूजा घर को लेकर वास्तु में कई प्रकार की बात कही गयी है, जैसे कि पूजा घर का मुख किस तरफ होना चाहिए इसीलिए पूजा घर के निर्माण के समय वास्तु शास्त्र के अनुसार ही इसका निर्माण करना चाहिए ताकि हमें भगवान की भक्ति का आसानी से और जल्द लाभ मिल सकें। पूजा घर एक पवित्र स्थान है जहाँ भगवान की मूर्तियाँ स्थापित होती है वहां किसी भी तरह की गंदगी नहीं करना चाहिए, पूजा घर में डस्टबिन व गंदी सामग्री नही रखना चाहिए।
पूजा घर में कई चीजो को रखने की मनाही होती है, पर अआप जान कर हैरान हो सकते हैं कि पूजा के लिए सबसे जरुरी चीज़ भी पूजा खरना में रखना अशुभ माना गया है, और वह वस्तु है माचिस। जिस हाँ माचिस को केवल उपयोग के समय ही पूजा घर में ले जाना चाहिए पर उसे स्थाई रूप से वहां नहीं रखना, आप माचिस को किचन में रख सकते हैं क्योकि माचिस का उपयोग पूजा घर के अलावा रसोई घर में भी होता है। पूजा घर में माचिस भी नही रखना चाहिए क्यूंकि माचिस को नकारात्मक शक्तियों का प्रतीक माना जाता है। भगवान की पूजा के समय दीपक तथा अगरबत्ती को जला लेने के बाद माचिस की तीली को भी पूजा घर में नहीं रखना चाहिये उसे भी वहाँ से हटा देना चाहिए। पूजा घर को पूरी तरह से साफ़ रखना चाहिए। साथ ही पुराने मुरझाए हुए फूलों को भी उस स्थान से हटा देना चाहिए।
बासी फूल न रखें
यदि फूल मुरझा गये हैं और बासी हो चुके हैं तो उन्हें पूजा घर से तुरंत हटा देना चाहिए, फूलो को अगले ही दिन हटा देना चाहिए तथा उनके स्थान पर पूजा के समय नये फूल अर्पित कर देने चाहिए। भगवान को चढ़ें हुए फूल घर में नहीं रखना क उन्हें तुरंत किसी उचित स्थान पर विसर्जित कर देना चाहिए, प्राचीन काल से ही यह नियम चला आ रहा है।
डस्टबिन न रखें
पूजा घर में डस्टबिन रखने की भी मनाही होती है, क्योकि पूजा घर को मधुर तथा सुगन्धित रखा जाता है और यदि वही डस्टबीन को रखा जाए तो उसमे मौजूदा गंदगी के कारण वातावरण में गंदगी और दुर्गन्ध फ़ैल सकती है। पूजा के समय बचे कचरे को तुरंत ही पूजा घर ससे बाहर कर देना चाहिए जैसे माचिस की तीली, पुरानी बत्तियां, बसी फूल आदि।
झाड़ू न रखें
माना कि झदु के कारण ही सफाई की जा सकती है और यह सफाई का अभिन्न अंग है फिर भी झाड़ू को कभी भी पूजा घर में नहीं छोड़ना चाहिए, सफाई के बाद तुरंत उसे किसी अन्य स्थान पर रख देना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू को पूजा घर में रखने से दरिद्रता आ सकती है। पूजा घर की झाड़ू से अन्य कमरे की सफाई करने से बचना चाहिए तथा पूजा घर की एक निर्धारत झाड़ू रखना चाहिए।
बिस्तर और कपड़े
कभी पूजा को एक मन्दिर के समान रखा जाता है तथा यहाँ अलमारी का निर्माण नहीं करना चाहिए, तथा पूजा घर में बिस्तरों को भी नहीं रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार पूजा घर में बिस्तर आदि रखने की मनाही होती है। वास्तु के अनुसार पूजा घर में कपडे आदि भी नहीं रखना चाहिए।
FAQs
माचिस नकारात्मक शक्तियों का प्रतीक मानी जाती है। इसलिए घर के मंदिर में भी माचिस को नहीं रखना चाहिए।
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