हर भारतीय के लिए 15 अगस्त का दिन अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है और इसे राष्ट्रिय त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। हम सभी जानते हैं कि इस दिन हमारा देश अंग्रेजो से आज़ाद हुआ था और सेकड़ो वर्ष की ब्रिटिश जंजीरों से हमें आज़ादी मिली थी। इस आज़ादी को पाने के लिए हजारो लाखो महापुरुषो ने अपनी जान गवाई है पर क्या आप जानते हैं कि 15 अगस्त 1947 को कौन सा दिन था? यदि नहीं तो इस लेख को जरुर पढ़ें।
15 अगस्त 1947 को कौन सा दिन था?
15 अगस्त 1947 के दिन शुक्रवार था, शुक्रवार का दिन ही वही दिन था जिस दिन हम भारतियों ने आज़ादी की हवा में सांस ली और अपने देश के अंग्रेजो की गुलामी से करवाया था। यह स्वतंत्रता कड़े परिश्रम और बलिदान के बाद प्राप्त हुई है फिर भी आज के युवा इसके महत्व को नहीं समझते हैं।
एक तरफ स्वतंत्र की ख़ुशी थी तो इस तरह भारत के टुकड़े होने का गम भी था, जिन्ना के द्वारा अलग राष्ट्र की मांग पूरी कर दी गयी थी तथा पाकिस्तान देश निर्मित किया गया जो एक मुस्लिम राष्ट्र के रूप में उभर कर आया था, आज का बांग्लादेश इस समय का पूर्वी पाकिस्तान था जो कई कारणों से आज एक अलग देश बना गया है।
भारत के बटवारे के दौरान देश भर में साम्प्रदायिक दंगे चल रहे थे और हज़ारो की संख्या में लोगों की मौत हो रही थी जिस कारण राजनेताओ ने देश को दो हिस्से में बाटना ही उचित समझा। आज़ादी के बाद देश में संविधान लागु करना था ताकि देश की कानून व्यवस्था सही से चल सकें।
हमारे देश का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागु हुआ था, भारत का संविधान 251 पेज का है जिसे भीमराव बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाया गया है। अंबेडकर जी कई देशो के संविधान का अध्ययन कर हमारे इस देश का संविधान बनाया था।
26 जनवरी 1950 को कौन सा दिन था?
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था पर क्या आप जानते हैं इस दिन कोनसा वार था? यदि आप नहीं जानते हैं तो आपको बतादें कि 26 जनवरी 1950 को गुरुवार था।
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