LBSNAA Kya Hai : लबसना एक सिविल सर्विस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट है। मगर यह केवल एक इंस्टिट्यूट नहीं बल्कि हर UPSC एस्पिरैंट का सपना है। यहां केवल UPSC की एग्जाम पास करके ही पहुंचा जा सकता है। इस संस्थान में पब्लिक पॉलिसी और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की ट्रेनिंग दी जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य IAS अफसरों को प्रशिक्षण देना और ग्रुप-ए सेंट्रल सिविल सर्विसेज के फाउंडेशन कोर्स का संचालन करना है। यहां से ट्रेनिंग प्राप्त आईएस अफसरों को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (दिल्ली) से MA (पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) की डिग्री मिल जाती है। इस पोस्ट में आपको लबसना क्या है, लबसना का इतिहास, इसकी शुरुआत कैसे हुई, इसका फुल फॉर्म क्या है एवं इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी।
LBSNAA Meaning in Hindi
लबसना (LBSNAA) का क्या मतलब होता है : भारत देश में IAS अफसर बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। सर्वप्रथम आपको यूपीएससी यानि यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (Union Public Service Commission) द्वारा आयोजित सिविल सेवा की परीक्षा पास करनी होती है जिसमें प्री, मेन्स और फिर इंटरव्यू पास करना होता है। जब आप सफ़लतपूर्वक इनको क्लियर करके चयनित हो जाते हैं तो आपको लबसना बुलाया जाता है। इस अकादमी का मुख्य उद्देश्य प्रशिक्षुओं को देश चलाने के लिए प्रशिक्षण देना है।
लबसना में ट्रेनिंग के दौरान सख्त नियमो का पालन करना होता है। यहां धूम्रपान, मदिरा पान एवं मोबाइल का प्रयोग वर्जित है। यह अकेडमी उत्तराखंड के मसूरी में स्थित है। और इसकी सबसे खास बात यह है कि यहाँ न केवल भारतीय प्रशिक्षु अपितु भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार और मालदीव जैसे देशों के चयनित अभ्यर्थियों की भी ट्रेनिंग होती है।
लबसना (LBSNAA) का फुल फॉर्म क्या है?
LBSNAA Full Form in Hindi: यदि आप खोज रहे थे कि लबसना का फुल फॉर्म क्या है तो यहाँ आपकी खोज समाप्त होती है। लबसना ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का नाम श्री लाल बहादुर शास्त्री जी के नाम पर रखा गया है। लबसना का फुल फॉर्म (Full Form) लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकैडमी (Lal Bahadur Shastri National Academy Of Administration) है।

कब व कैसे हुई थी लबसना की स्थापना?
लबसना का इतिहास: देश का कल्याण करने हेतु हमारे राजनेताओं ने कई प्रकार के संस्थानों को स्थापित किया है एवं आज भी कई ऐसे कार्य वे करने में लगे हैं जिनसे कि देश की जनता अलग-अलग क्षेत्रों में विकसित हो सके और अशिक्षा दूर हो। इसी प्रकार का एक कदम सिविल सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ाते हुए तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री पंडित श्री गोविन्द बल्लभ पंत ने 15 अप्रैल 1958 में लोकसभा में घोषणा की कि सरकार एक राष्ट्रीय प्रशासनिक अकैडमी की स्थापना करेगी जिसमें सिविल सर्विसेज के लिए चुने जाने वाले कैंडिडेट्स को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद 1959 में गृह मंत्रालय द्वारा आईएएस ट्रेनिंग स्कूल, दिल्ली और आईएएस स्टाफ कॉलेज, शिमला को मिलाकर मसूरी में एक राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी बनाने का फैसला लिया गया। उसके बाद 2 बार इसका नाम बदला गया। पहले 1972 में इसका नाम नेशनल अकेडमी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेटर रखा गया फिर जुलाई 1973 में पुनः इसका नाम बदलकर लबसना (LBSAA) यानि लाल बहादुर शास्त्री अकादमी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन रख दिया गया।
लबसना में पहली बैच की ट्रेनिंग 13 अप्रैल 1959 को हुई थी जिसमें कुल 155 ऑफिसर्स थे। सितंबर 1959 को अकादमी को मसूरी के चार्लविले होटल में शिफ्ट कर दिया गया। यह होटल हिल स्टेशन मसूरी में बनाने वाला सबसे पहला होटल था। जिसे 1854 में जनरल विकिंसन द्वारा बनवाया गया था। बाद में इसे भारत सरकार द्वारा खरीद लिया गया था।
भारत में सिविल सर्विसेज परीक्षाओं को पास करने के बाद चुने गए कैंडिडेट्स 4 महीने का फाउंडेशन कोर्स करने के लिए लबसना में भाग लेते हैं। इस फाउंडेशन कोर्स में सभी प्रशिक्षुओं के बीच “समानता” की भावना का परिचय दिया जाता है। इसके बाद, भारतीय प्रशासनिक सेवा के जो अधिकारी हैं वो अकादमी में अपना पेशेवर प्रशिक्षण जारी रखते हैं। जबकि दूसरी सेवाओं के अधिकारी जैसे भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी नई दिल्ली के सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस जैसे संबंधित स्टाफ कॉलेजों में जाते हैं। IPS अधिकारी हैदराबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी और भारतीय वन सेवा के अधिकारी देहरादून में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी, भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारियों के लिए राष्ट्रीय सीमा शुल्क अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी, आदि जगहों पर जाकर अपनी सर्विसेज के लिए आगे की ट्रेनिंग प्राप्त करते हैं।
LBSNAA का ट्रेनिंग प्रोग्राम
लबसना प्रशिक्षण कार्यक्रम: चूँकि लबसना एक ट्रेनिंग संस्थान है जहां पर देश सेवा करने वाले IAS अफसरों को ट्रेनिंग दी जाती है, इसीलिए यहां एक मुख्य ट्रेनिंग प्रोग्राम बनाया गया है। शिक्षा मानव एवं समाज के विकास के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। लेकिन केवल किताबी ज्ञान ही सब कुछ नहीं होता। कई महत्वपूर्ण पदों को प्राप्त करने के लिए आपको ट्रेनिंग प्रोग्राम्स में भी हिस्सा लेना पड़ता है। उसी प्रकार से एक ट्रेनिंग प्रोग्राम लबसना (LBSNAA) में होता है। जिसकी सम्पूर्ण जानकारी आपको आज यहाँ प्राप्त होगी। इस संस्थान में दी जाने वाली ट्रेनिंग को 2 चरणों में बांटा गया है। जो कि अग्रलिखित हैं।
प्रथम चरण
प्रथम चरण में अभ्यर्थियों को अनेकों विषयों पर शिक्षा दी जाती है ताकि वे अधिकारी बनने के बाद अपने सेवाकाल में आने वाली सभी चुनौतियों का डटकर सामना कर सके। कई प्रकार के नियम, कायदे, सामान्य ज्ञान एवं सवालों के जवाब तो वे लोग परीक्षा की तैयारी करते हुए जान ही लेते हैं परन्तु फिर भी कुछ कमी रह ही जाती है जिसे ट्रेनिंग प्रोग्राम में पूरा किया जाता है। ट्रेनिंग का जो प्रथम चरण है, उसके दो मॉड्यूल्स हैं –
एकेडमिक मॉड्यूल: इस मॉड्यूल के अंतर्गत थीम के आधार पर कई प्रकार के विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाता है। इनमें पंचायती राज, अफसर नीति निर्माण, विकेंद्रीकरण, कानून और व्यवस्था, ग्रामीण विकास, कृषि प्रबंध, राष्ट्रीय सुरक्षा, शहरी प्रबंध, प्रायवेट पार्टनरशिप आदि जैसे विषयों पर शिक्षा दी जाती है।
विंटर स्टडी टूर: विंटर स्टडी टूर के अंतर्गत प्रशिक्षुओं को देश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का अनुभव करवाने हेतु सम्पूर्ण देश की यात्रा का प्रावधान किया जाता है। इसे भारत दर्शन स्टडी भी कहा जाता है। इसमें प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति आदि से मिलवाया जाता है ताकि प्रशिक्षु उनके हाव-भाव समझे एवं 1 सप्ताह की संसदीय ब्यूरो द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है।
द्वितीय चरण
इसमें इन भावी ऑफिसर्स को को अपने अनुभवों को एक दूसरे के साथ शेयर करने का अवसर दिया जाता है। इसके अंतर्गत ऑफिसर्स को देश के शासन, प्रशासन की बुराई और अच्छाई समझने हेतु सक्षम बनाया जाता है। साथ ही विशेषज्ञों के साथ विशेष सत्र आयोजित किये जाते हैं एवं सरकारी सेवा शुरू करने से पहले सिखने के अवसर दिए जाते हैं।
ड्रेस कोड का पालन करना है अनिवार्य
LBSNAA Training Program: ट्रेनिंग के दौरान लबसना में केवल और केवल फॉर्मल कपड़े पहनने की ही अनुमति होती है। जब भी कोई अभ्यर्थी परिसर में हो उसे फॉर्मल ड्रेस में ही रहना होता है और खाना खाने के लिए मेस में जाने हेतु भी ड्रेस कोड का पालन करना अनिवार्य है। यहां तक कि आप अपने रूम से स्लीपर्स या सेंडल पहनकर भी बाहर नहीं निकल सकते हैं। अन्यथा आपको दण्डित किया जाता है।
ड्रेस कोड की अगर बात करें तो पुरुष अफसरों को अपनी क्लास में गर्मी में नेकटाई के साथ फुल स्लीव शर्ट व पैंट पहनना होती है और सर्दियों में नेकटाई के साथ फुल स्लीव शर्ट, पैंट व जैकेट पहनना होता है एवं लेदर के जूते हमेशा पहनना रहना होता है। महिला अफसरों के लिए सलवार-कमीज / साड़ी / चूड़ीदार या वेस्टर्न बिज़नेस सूट पहनना निर्धारित है। साथ ही जूते या सैंडल भी पहनना होता है।
लबसना एकेडमी का लोगो हर सामान पर
लबसना (LBSNAA) में प्रशिक्षुओं की सभी सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है। यहां एक सोवेनियर शॉप भी है जहां सिविल सर्वेंट्स की जरूरत का हर सामान मिलता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यहाँ बिकने वाली सभी चीज़ों पर लबसना का लोगो प्रिंट किया हुआ होता है।
ट्रेनिंग खत्म होने पर दी जाती है एमए की डिग्री
अफसरों की 2 वर्षों की ट्रेनिंग पूर्ण कर लेने के पश्चात उन्हें जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी द्वारा मान्यता प्राप्त MA इन पब्लिक मैनेजमेंट डिग्री प्रदान की जाती है।
शीलं परम भूषणम् है लबसना का सिद्धांत
हर संस्था का अपना एक सिद्धांत होता है जिसपर कि वे कार्य करते हैं उसी प्रकार से लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकैडमी यानि लबसना (LBSNAA) का सिद्धांत है “शीलं परम भूषणम्”, यह एक संस्कृत भाषा का वाक्य है जिसका हिंदी में अर्थ होता है चरित्र ही सबसे बड़ा गुण है। English में यह Character is the highest virtue है।
हर UPSC एस्पिरैंट का सपना है लबसना जाना
LBSNAA in Hindi: हम सभी जानते हैं कि UPSC की तैयारी करना और उसकी परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करना कितना कठिन कार्य है। लेकिन ऐसी ही कठिनाईओं को पार करके ही एक सफल मनुष्य बना जा सकता है। देशभर में कई विद्यार्थी बचपन से ही एक अच्छा लोक सेवक बनने का सपना देखते हैं। इनमें से कुछ तो अन्य नौकरियों अथवा पेशों में उलझ कर रह जाते हैं परन्तु जो IAS अफसर बनने के सपने देखते हैं, उसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं उनका एकमात्र लक्ष्य लबसना जाना होता है। लबसना से ट्रेनिंग प्राप्त कर जब कोई IAS अफसर बन जाता है तो न केवल उसका परिवार अपितु आस-पास के लोग और रिश्तेदार भी गर्वान्वित हो उठते हैं।
आम नागरिकों का प्रवेश है निषेध
यदि आप सोच रहे हैं कि कोई भी यहाँ घूमने के लिए या इस संस्थान को देखने के लिए जा सकता है तो आप बिल्कुल गलत हैं। यह एक ऐसा संस्थान जो सिविल सर्वेंट्स के लिए है और आम नागरिकों का प्रवेश यहां पूर्णतः निषेध है। आप यहाँ केवल 2 ही तरीकों से प्रवेश कर सकते हैं या तो हायर ऑफिशल्स खुद आपको निमंत्रित करें या फिर आपका कोई अपना यहां ट्रेनिंग ले रहा हो तब ही।
लबसना (LBSNAA) का वीडियो टूर
जैसा कि हमने ऊपर आपको बताया कि किसी आम आदमी का प्रवेश यहां पर निषेध है परन्तु, इंटरनेट के इस युग में सब कुछ संभव है। हाँ आप वहां भौतिक रूप से नहीं जा सकते लेकिन इस वीडियो के माध्यम से आप लबसना कैसा दिखता है देख सकते हैं। देखिये लबसना का यह वीडियो टूर और जानिये, लबसना क्या है (LBSNAA Kya Hai)
निष्कर्ष:
इस पोस्ट में अपने जाना कि लबसना क्या है? (LBSNAA Kya Hai) एवं इसका फुल फॉर्म व हिंदी में मीनिंग क्या होता है। साथ ही साथ हमने यह भी आपको बताया कि यहां किस प्रकार ट्रेनिंग होती है व क्या नियम कायदे यहाँ पर लागु होते हैं। इस आर्टिकल को लिखने का एक मुख्य उद्देश्य यह भी था कि मैं स्वयं भी जानूँ कि लबसना होता क्या है? क्यूंकि मैंने अपने कई मित्रों को अपने स्टेटस और स्टोरीज पर लबसना के बारे में लिखते हुए देखा है। वे इसे अपना सपना कहते हैं। यह लेख लिखकर मुझे भी इसके बारे में कई जानकारियां मिली और मैं तो यही कहूंगा कि हर UPSC एस्पिरैंट का यह सपना सच हो उन्हें यहां जाकर ट्रेनिंग लेने का मौका अवश्य मिले। यदि आप भी UPSC की ही तैयारी कर रहे हैं तो आपको भी मैं बेस्ट ऑफ़ लक कहता हूँ। इसी प्रकार से और रोचक जानकारियां प्राप्त करने हेतु जुड़े रहिये हमसे और ज्ञानग्रंथ से। यदि इस लेख में आपको कोई त्रुटि दिखाए दे तो आप कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें बता सकते हैं अथवा कांटेक्ट पेज के माध्यम से हमें संपर्क कर सकते हैं इसके अलावा भी आप अपने सुझाव, या लबसना से जुड़े कुछ और तथ्य भी हमें भेज सकते हैं।
FAQs
LBSNAA matlab kya hota hai: लबसना उत्तराखंड के मसूरी में स्थित एक सिविल सर्विस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट है। जहां UPSC क्लियर होने के पश्चात् IAS बनने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।
Lbsnaa उत्तराखंड के मसूरी में स्थित है। यह एक पहाड़ी इलाका है और इसमें ट्रेनिंग लेने वाले प्रशिक्षुओं को कड़े नियमो का पालन करना पड़ता है।
जी नहीं! लबसना में केवल वही प्रवेश कर सकते हैं जिन्हें UPSC परीक्षा क्लियर करने के बाद चुना गया है और वहाँ के स्टाफ को ही भीतर जाने की अनुमति है। यदि आप यहां प्रवेश करना चाहें तो आपका कोई रिश्तेदार यहां ट्रेनिंग ले रहा हो तो ही आप भीतर प्रवेश कर सकते हैं।
लबसना में दी वाली ट्रेनिंग कुल 2 वर्षों तक चलती है व इस ट्रेनिंग के समाप्त होने पर IAS अफसरों को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी द्वारा मान्यता प्राप्त MA इन पब्लिक मैनेजमेंट डिग्री प्रदान की जाती है।
लबसना (LBSNAA) का फुल फॉर्म लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकैडमी (Lal Bahadur Shastri National Academy Of Administration) है।
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