आज आप बाल मनोविज्ञान के जनक कौन हैं इस प्रश्न के उत्तर की तलाश में है तो आपको इस लेख में इस प्रश्न सही उत्तर मिल जाएगा।
बाल मनोविज्ञान के जनक कौन हैं?
बाल मनोविज्ञान के जनक “जीन पियाजे” को कहा जाता है। इनका जन्म 9 अगस्त 1896 को स्विट्ज़रलैंड में हुआ था। तथा इनकी मृत्यु 16 सितम्बर 1896 को हुई थी। इन्होने अपनी पढाई University of Neuchâtel से पूरी की थी। यह एक प्रसिद्ध बाल मनोवैज्ञानिक है जो बाल विकास पर अध्ययन करते थे। इन्होने कई प्रेक्षण किये जो बच्चो के संज्ञानात्मक विकास को समझने के लिए बेहद जरुरी थे। इनके दिए गये सिद्धान्त कई बार विवादों में भी रहे और इन्हें आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा।
ज्ञानग्रंथ का WhatsApp Channel ज्वाइन करिये!बाल मनोविज्ञान किसे कहते हैं?
मनोविज्ञान में कई शाखाएँ होती हैं उनकी मेसे एक शाखा है बाल मनोविज्ञान। बाल मनोविज्ञान में शिशु के जन्म से लेकर युवा अवस्था तक की मनुष्य की मानसिक शक्ति, मानसिक विकास, आदि का अध्ययन किया जाता है। व्यक्ति एक उम्र तक सभी जरुरी चीजे सिख जाता है जैसे बोलना, पढ़ना, लिखना, निर्णय लेना, समझना आदि, फिर युवा हो जाने के बाद उसका मस्तिष्क अलग तरह से कार्य कर सकता है। इसके लिए बाल मनोविज्ञान की आवश्यकत होती है जो इन क्रियाओं का अध्ययन कर सकें और इन्हें बेहतर बनाने में मदद कर सकें। बाल मनोविज्ञान को विकासात्मक मनोविज्ञान भी कहा जाता है। किसी भी तरह के मनोविज्ञान में मानवीय व्यवहार को जाना जाता है।
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