गबन एक उपन्यास है जिसमे भारत में मोजूद कुछ ऐसी समस्याओं का वर्णन जो समाज में ज्यादा महत्व रखती है और उनके सुधार की आवश्यकता है । जेसे की नवयुवको की मोज मस्ती और विलासिता, महिलाओ का आभषण प्रेम और आर्थिक समस्याए । इस लेख में जानने वाले है की गबन के लेखक कौन है? ( Gaban Ke Lekhak Kaun Hai )
गबन ( उपन्यास )
इस उपन्यास में कवि पत्नी के आभूषण के प्रति लगाव का पति के जीवन पर प्रभाव को दर्शा रहे है । उपन्यास में इतनी सरलता और वास्तविकता प्रतीत होती है की यह इस काहानी को जीवंत बना देती है।
इस कहानी को पढ़ने के बाद पाठक अपने जीवन में नए रस्ते खोजने के लिए प्रेरित हो उठता है । इन्होने इस उ[न्यास में इतनी बारीकी से अपने शब्दों को दरसाया है की यह किसी सत्य की तरह प्रतीत होती है।
गबन के लेखक कौन है? ( Gaban Ke Lekhak Kaun Hai )
गबन के लेखक प्रेमचंद्र जी है जिन्होंने इस उपन्यास की रचना की है । प्रेमचंद्र जी का असली नाम धनपत राव श्री वास्तव है यह हिन्दू और उर्दू में सबसे अधिक प्रसिद्ध और प्रिय कहानीकार और उपन्यासकार है ।
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